मेरठ। गजवा-ए-हिंद पर दारुल उलूम के फतवे पर गाजियाबाद शिव शक्ति धाम डासना मंदिर के पीठाधीश्वर व जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद महाराज ने कहा कि योगी सरकार होते हुए प्रदेश में ऐसे बयान देने वालों पर बुलडोजर नहीं टैंक से कार्रवाई की जाए।
उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपील की है कि ऐसे संस्थानों पर कार्रवाई के लिए बुलडोजर पर्याप्त नहीं है, सेना के सबसे बड़े टैंक से जवाब दिया जाए। उन्होंने कहा कि गजवा-ए-हिंद का फतवा 100 करोड़ हिंदुओं के कत्ल के लिए जारी किया गया है। ऐसी संस्थाओं व लोगों पर सेना के सबसे बड़े टैंक से कार्रवाई की जाए।
उन्होंने कहा कि यह हिंदू समाज के लिए खुली चुनौती है। देश में हिंदूओं की हालत पाकिस्तान, अफगानिस्तान जैसी न हो, इसलिए स्वयं को जागृत करना होगा। गजवा-ए-हिंद के बाद इनका अगला कदम गजवा-ए-आलम होगा। उनका लक्ष्य पूरी दुनिया को इस्लामिक बनाना है। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण एनसीपीसीआर की जांच पर महामंडलेश्वर कहते हैं कि यह मामला केवल संस्था स्तर का ही नहीं, बल्कि गृह मंत्रालय, मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री व पूरे देश के हिंदूओं से जुड़ा मामला है।
वह शनिवार दोपहर चार बजे बाद साकेत के मानसरोवर स्थित सचिन सिरोही के आवास पर पहुंचे थे। ब्रह्म सिंह, चहन सिंह बालियान, वेदांत अरोड़ा, चेतन त्यागी, भरत सिंह, डा. योगेंद्र योगी, नीरज सिंह, प्रदीप गोस्वामी, विपुल मौजूद रहे।