अंत्येष्टि स्थल पर नियमों का ‘अंतिम संस्कार’

  • अंत्येष्टि स्थल निर्माण में भी कर डाला खेल
  • मुख्यमंत्री पोर्टल एवं संपूर्ण समाधान दिवस में लिखित शिकायत के बाद भी लगातार
    घटिया निर्माण सामग्री का प्रयोग जारी

लखनऊ। कहते हैं कि शव यात्रा में शामिल लोग जब अंत्येष्टि स्थल में कुछ पल बिताते हैं, तो उनको आभास होता है, कि जिस मोह माया के चक्कर में हम पड़े हैं। वह यहीं पड़ा रह जाएगा। इसलिए हाय तौबा की क्या जरुरत है। लेकिन बीकेटी नगर पंचायत के वार्ड नंबर पांच में स्थित रामपुर देवरई गांव में एचएएल द्वारा अंत्येष्टि स्थल बनाया जा रहा है। यहाँ पर ठेकेदार द्वारा अंत्येष्टि स्थल के धन का ही बंदरबाट कर लिया गया है।बतातें हैं कि जेई और ठेकेदार ने मिलकर अंत्येष्टिस्थल के निर्माण गड़बड़झाला करके नियमों का ‘अंतिम संस्कार’ कर दिया।और अंत्येष्टि स्थल के निर्माण में दोयम दर्जे की घटिया निर्माण सामग्री का प्रयोग किया जा रहा है।

बता दें कि एचएएल की मंशा थी कि ग्रामीण क्षेत्र में खेत, खलिहान में जलाए जाने वाले शवों से फैलने वाले प्रदूषण को रोकने और लोगों को शवदाह के लिए बेहतर व्यवस्था देने को अंत्येष्टि स्थल का निर्माण कराया जाए।रामपुर देवरई गांव में अत्याधुनिक अंत्येष्टि स्थल निर्माण के लिए एचएएल ने धनराशि भेजना शुरु किया। लेकिन एचएएल ने जो मानक निधारित किए तो। उन पर अंत्येष्टि स्थल खरा नही उतर रहा है। अंत्येष्टि स्थल निर्माण में जमकर अनियमितता की गई है। कुल मिलाकर धन का बंदरबाट ठेकेदार और जेई ने कर लिया है। जिम्मेदार अधिकारियों ने मानिटरिंग भी नहीं की है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा किसी भी कार्य में लापरवाही न बरतने का निर्देश है, वही कई जनपदों में लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कर्रवाई लगातार जारी है। नगर पंचायत बीकेटी के वार्ड नंबर पांच के अंर्तगत रामपुर देवरई में हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड द्वारा लाखों की लागत से बनाये जा रहे अंत्येष्टि स्थल निर्माण में ठेकेदार द्वारा घटिया किस्म की निर्माण सामग्री का खुलेआम प्रयोग किया जा रहा है। जिसकी लिखित शिकायत बीते शनिवार को संपूर्ण समाधान दिवस में वार्ड के सभासद दिनेश रावत ने की थी।वहीं सभासद की लिखित शिकायत पर कार्रवाई न होने के बाद रामपुर देवरई गांव के जागरूक नागरिक इंद्रबहादुर सिंह ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत की थी। लेकिन ठेकेदार के रसूख के आगे सभी शिकायतें बेमानी साबित हो गई,और संबंधित जांच अधिकारियों द्वारा अधिक धन कमाने की चाहत में शिकायतों को जांच के बहाने लंबित कर दिया गया।और ठेकेदार को अंत्येष्टि स्थल के निर्माण में घटिया सामग्री का प्रयोग कर निर्माण करने की हरी झंडी दे दी गयी है। शिकायतों के बाद भी अब भी लगातार विद्युत शव दाह गृह एवं अंत्येष्टि स्थल का घटिया निर्माण जारी है।

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