नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शुक्रवार को कारगिल विजय दिवस की 25वीं वर्षगांठ पर आयोजित कार्यक्रम में कहा कि आज से 25वर्ष पहले प्राप्त हुई यह विजय सिर्फ टाइगर हिल पर हुई विजय नहीं थी, बल्कि यह भारत के शौर्य एवं अस्मिता की विजय थी। यह हम सभी के लिए सौभाग्य की बात है कि आज जब हम कारगिल विजय दिवस मना रहे हैं तब इस अवसर पर भाजपा के कार्यकर्ता न सिर्फ राष्ट्रीय मुख्यालय में बल्कि प्रत्येक जिले में हमारे राष्ट्र के लिए सर्वस्व अर्पण करने वाले वीर सपूतों के साथ खड़े हैं।
भाजपा मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम में नड्डा ने कहा कि भाजपा का एक-एक कार्यकर्ता आज अपने जिले और इलाकों में फौजी भाइयों और देश के रक्षकों के साथ व जांबाज शूरवीरों के साथ गर्व से कारगिल विजय दिवस मना रहा है। हम सभी के लिए यह दिन इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि हम आज 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस की 25वीं वर्षगांठ यानी ‘रजत जयंती’ के रूप में मना रहे हैं। कारगिल में पाकिस्तान चोरों की तरह चुपके-चुपके आकर टाइगर हिल्स पर बैठ गया और भारत की सरजमीं पर आधिपत्य जमाने की कोशिश की लेकिन हमारे जवानों ने अपने अदम्य साहस और पराक्रम से उन्हें मुंहतोड़ जवाब दिया और टाइगर हिल्स पर पहुंचकर तिरंगा फहराया। हमारा इतिहास है कि हम किसी पर पहले अटैक नहीं करते लेकिन कोई अगर हम पर अटैक करे तो उसे नेस्तनाबूद करने में भी कोई कसर नहीं छोड़ते।
भाजपा अध्यक्ष नड्डा ने कहा कि पहले हमारे जवानों की उपेक्षा होती थी। दशकों से हमारे जवानों की मांग थी कि उन्हें ‘वन रैंक वन पेंशन’ मिले, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। जब 2014 में मोदी जी प्रधानमंत्री बने तो उन्होंने ‘वन रैंक वन पेंशन’ देने का काम किया। उन्होंने कहा कि जब कारगिल का युद्ध हो रहा था तो कांग्रेस का कौन सा नेता कारगिल गया था, कौन सा नेता द्रास गया था, लेकिन उस समय भी हिमाचल के प्रभारी और भाजपा के महामंत्री मोदी फौजियों का हौसला बढ़ाने के लिए कारगिल गए थे। कुछ लोग ऐसे हैं जो देश की रक्षा के साथ खिलवाड़ करने के लिए हमेशा राजनीति को सर्वोपरि रखते हैं लेकिन प्रधानमंत्री मोदी हमेशा, हर दीपावली सैनिकों के साथ मनाते हैं, हमेशा उनके साथ खड़े रहते हैं।