– भाग्य विधाता चैरिटेबल फाउंडेशन ने स्वच्छता और पौष्टिकता का रखा ध्यान
वाराणसी। सावन माह के तीसरे सोमवार को श्री काशी विश्वनाथ दरबार में दर्शन पूजन के लिए कतारबद्ध श्रद्धालुओं को सामाजिक कार्यकर्ताओं ने मनुहार के साथ फल खिलाकर उनकी सेवा की। भाग्य विधाता चैरिटेबल फाउंडेशन एवं ट्रस्ट (पंजीकृत) के बैनर तले जुटे कार्यकर्ताओं ने गोदौलिया स्थित बड़ा गणेश मंदिर के समीप प्रातः 6 बजे से श्रद्धालुओं में फल वितरण शुरू कर दिया। कार्यकर्ता कतार में रातभर से खड़े श्रद्धालुओं के पास पहुंच कर उनके प्रति आदर भाव दिखाते हुए फल बांटते रहे।
फाउंडेशन के अध्यक्ष संतोष चौधरी ने बताया कि फल वितरण का उद्देश्य शिवभक्तों के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देना है। केले में पोटेशियम और सेब में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो शरीर को ऊर्जा प्रदान करते हैं और रोगों से लड़ने में सहायक होते हैं। इससे भक्तों और कांवड़ियों को लंबी कतारों में खड़े रहने में मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा कि शिवभक्तों में केले और सेव वितरण से उनकी यात्रा को और सुगम व आनंददायक बनाना है। कार्यक्रम समन्वयक प्रियांशु तिवारी ने बताया कि हमने सुनिश्चित किया कि वितरित फल ताजे और गुणवत्तापूर्ण हों। इससे श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य की रक्षा होगी और वे अपनी भक्ति में और अधिक तल्लीन हो सकेंगे। फाउंडेशन ने पर्व की पवित्रता को देखते हुए व्रतधारी श्रद्धालुओं के लिए स्वच्छता और पौष्टिकता, दोनों का विशेष ध्यान रखा। उन्होंने बताया कि तीसरे सोमवार पर 111 दर्जन केले और 151 किलो सेव वितरित किए गए। इसके पहले दूसरे सोमवार को फाउंडेशन ने शुद्ध पेयजल और काशी की प्रसिद्ध ठंडई का वितरण किया था। फल वितरण कार्यक्रम में माधव चौधरी, आदित्य रावत, निखिल मिश्रा, आकाश, जितेंद्र यादव, प्रदीप सिंह, नवीन सिंह, अभिषेक मिश्रा, विजय यादव आदि ने बढ़-चढ़ कर भागीदारी की।