उत्तर प्रदेश से शिवखोड़ी जा रही बस गहरी खाई में गिरी

जम्मू। उत्तर प्रदेश के हाथरस से जम्मू में शिवखोड़ी धाम जा रही श्रद्धालुओं से भरी एक बस गुरुवार को गहरी खाई में जा गिरी। हादसे में 22 श्रद्धालुओं की मौत और 70 घायल हो गए। मृतकों में 11 पुरुष, नौ महिलाएं व तीन बच्चे शामिल हैं।

अधिकतर मृतक व घायल हाथरस, अलीगढ़ व मथुरा के रहने वाले हैं। घायलों को जम्मू के गवर्नमेंट मेडिकल कालेज (जीएमसी) अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। प्रारंभिक जांच में हादसे का कारण ओवरलोडिंग माना जा रहा है। 58 सीटर बस में कई बच्चों समेत 92 यात्री सवार थे।

बस का हादसे से लगभग डेढ़ घंटे पहले जम्मू में ओवरलोडिंग का ऑनलाइन 400 रुपये का चालान भी हुआ था। पुलिस ने मामला दर्ज कर हादसे के कारणों की जांच शुरू कर दी है।

सात दिन में जांच रिपोर्ट देने के आदेश
वहीं, प्रशासन ने हादसे की जांच का आदेश देते हुए सात दिन में रिपोर्ट देने को कहा है। इस बीच, उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने हादसे पर गहरा दुख जताते हुए मृतकों के स्वजन को पांच-पांच लाख व घायलों को 50-50 हजार रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है।

वहीं, प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से भी हादसे पर दुख जताते हुए मृतकों के स्वजन को दो-दो लाख व घायलों को 50-50 हजार रुपये की मदद की घोषणा की है।

तीन दिन पहले निकली थी बस

जानकारी के अनुसार, तीन दिन पहले बस (यूपी 81 सीटी 4058) श्रद्धालुओं को लेकर उत्तर प्रदेश के हाथरस से निकली थी। हरियाणा के कुरुक्षेत्र में दर्शन करने के बाद बस शिवखोड़ी के लिए निकली।

शिवखोड़ी भगवान शिव की नगरी है। यहां प्राचीन गुफा में शिवलिंग पिंडी रूप में विराजमान हैं। यहां पर दर्शन करने के बाद श्रद्धालुओं को करीब 80 किलोमीटर दूर कटड़ा में माता वैष्णो देवी की यात्रा पर जाना था।

कार को बचाने में खोया नियंत्रण
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, गुरुवार दोपहर करीब 12:30 बजे जब बस जम्मू के अखनूर से कुछ आगे पहुंची तो एक तीखे मोड़ पर सामने से आ रही एक कार को बचाने में चालक नियंत्रण नहीं रख सका। इसके अलावा, बस भी ओवरलोड थी और वह करीब 150 फीट गहरी खाई में जा गिरी।

हादसा होते ही वहां चीख-पुकार मच गई और मार्ग से गुजर रहे वाहन भी रुक गए। जहां बस गिरी वहां जंगल में आग भी लगी थी, जिसे बुझाने के लिए वन कर्मी जुटे थे। राहगीरों, वन कर्मियों व स्थानीय लोगों ने खाई में उतरकर बचाव कार्य शुरू किया।

लोगों ने घायलों को अपनी पीठ पर लादकर ऊपर लाना शुरू किया। घायल व मृतकों के शव खाई में यहां-वहां बिखरे थे और कई बस के अंदर से मदद के लिए चिल्ला रहे थे। मंजर बेहद भयानक था।

इस बीच, पुलिस की टीम, सेना के जवान व स्थानीय प्रशासन के अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए और राहत अभियान में तेजी लाई गई। रस्सियों व क्रेन की मदद से घायलों को खाई से निकालकर सड़क तक लाया गया। इसके बाद घायलों को सबसे पहले अखनूर के उपजिला अस्पताल पहुंचा। प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर रूप से 57 घायलों को जीएमसी जम्मू रेफर किया गया।

चालक का नाम संजय, जो बस मालिक भी बताया जा रहा
एसएसपी ट्रैफिक जम्मू फैजल कुरेशी ने कहा कि हादसे से करीब डेढ़ घंटा पहले सुबह 11:03 बजे जम्मू में बस का ओवरलोडिंग का ऑनलाइन 400 रुपये का चालान हुआ था। एसएसपी के अनुसार, 58 सीटर बस में 60 वयस्क और अन्य बच्चे थे, इसलिए दो वयस्कों का ओवरलोडिंग का चालान हुआ। मोटर व्हीकल एक्ट के तहत बच्चों को लेकर ओवर लोडिंग नहीं मानी जाती।

चालान में चालक का नाम संजय दर्ज हुआ है, जो बस का मालिक भी बताया जा रहा है। बस का पंजीकरण एआरटीओ अलीगढ़, उत्तर प्रदेश में हुआ है। वहीं, यातायात आयुक्त राजिंदर सिंह तारा ने भी कहा कि एक तीखे मोड़ पर चालक नियंत्रण नहीं रख पाया और बस कुछ देर हवा में उड़ती हुई खाई में गिर गई।

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