अलीगढ़। ईरान-इजरायल के बीच तनावपूर्ण माहौल ने निर्यात पर प्रभाव डाला है। आर्टवेयर, ताला-हार्डवेयर का निर्यात हो या इलेक्ट्रिक फिटिंग्स का, हर क्षेत्र में निर्यात कारोबार प्रभावित हो रहा है।
आर्टवेयर, ताला-हार्डवेयर, इलेक्ट्रिकल फिटिंग्स आदि को एक्सपोर्ट करने वाले उद्यमियों के कंटेनर अलीगढ़ से मुंबई तो रवाना हो गए हैं। मगर, अब कंटेनर की खेप बंदरगाहों पर ही अटक जाएगी। इससे निर्यात में देरी होगी और उद्यमियों को नुकसान होगा। दो देशों के बीच तनाव के चलते लगभग 125 करोड़ रुपये का निर्यात कारोबार प्रभावित हो रहा है।
अब उद्यमियों को यह चिंता सता रही है कि उनका उत्पाद कंटेनर में कब तक रहेगा? उनका भुगतान कब तक अटका रहेगा? उत्पाद सुरक्षित भी रह पाएगा या नहीं? ये स्थिति कब तक बनी रहेगी? ऐसे कई सवाल निर्यातकों के मन में उठ रहे हैं। अलीगढ़ से मुंबई व वहां से समुद्र के रास्ते उत्पाद निर्यात होता है।
निर्यातक दिनेशचंद्र वार्ष्णेय ने बताया कि अलीगढ़ से प्रतिदिन लगभग 20 कंटेनर बाहर भेजे जाते हैं। महीने में लगभग 550 से 600 कंटेनर जाते हैं और इनसे लगभग 125 करोड़ रुपये का निर्यात कारोबार होता है। ईरान व इजरायल के बिगड़े संबंधों के कारण इतनी राशि का कारोबार प्रभावित हो रहा है।
निर्यातकों को यह है कहना
ईरान-इजरायल के बिगड़े हालात से निश्चित ही निर्यात कारोबार को प्रभावित करेंगे। तीन कंटेनर रास्ते में हैं, अब उनके सकुशल पार्टी के पास पहुंच पाने पर असमंजस हो गया है। अलीगढ़ से मुंबई और वहां से इन खाड़ी देशों के लिए उत्पाद जाता है।
-राकेश अग्रवाल, निर्यातक
दो देशों के बीच तनाव नुकसानदायक है। इससे निर्यात प्रभावित होना तय है। हार्डवेयर उत्पाद के कंटेनर अटकने से नुकसान होता है। काफी उत्पाद पैकिंग में रखा है, अब इसको आगे भेजने का इंतजार करना पड़ेगा। उत्पादन भी प्रभावित होता है।
-मोहित गुप्ता, निर्यातक