ब्रिटेन में ‘इमरजेंसी’ फिल्म के दिखाए जाने पर हो रहे विरोध के मामले में भारत ने आपत्ति जताई है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता सेलेक्टिव नहीं होनी चाहिए. ब्रिटेन में फिल्म दिखाने के खिलाफ विरोध करने वालों पर भारत ने कार्रवाई की मांग की है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, ब्रिटेन स्थित भारतीय उच्चायोग स्थानीय अधिकारियों के संपर्क में है. ब्रिटेन में मौजूद खालिस्तानी समर्थक इमरजेंसी फिल्म के विरोध में सिनेमाघरों में हंगामा कर रहे हैं. उन्होंने भारत के विदेश सचिव के चीन दौरे को लेकर बताया कि इस दौरान कई मामलों के साथ ही कैलाश मानसरोवर यात्रा पर भी चर्चा होगी.
बांग्लादेश में आईएसआई अफसरों की मौजूदगी पर जवाब
बांग्लादेश के मुद्दे पर विदेश मंत्रालय ने कहा कि वहां आईएसआई अफसरों की मौजूदगी और गतिविधियों पर भारत की कड़ी नज़र है. सुरक्षा के लिए जो भी जरूरी कदम होंगे, भारत उठाएगा. भारत और बांग्लादेश के बीच सीमा पर बाड़ लगाने के लिए कई समझौते हुए हैं. सीमा पर बाड़ लगाना इसलिए जरूरी है ताकि अपराध संबंधी घटनाओं को रोका जा सके.
उन्होंने कहा, बाड़ की गतिविधि दोनों देशों के बीच समझौते के अनुसार ही हो रही है, समझौते को लागू करने के लिए दोनों देशों को एक साथ मिलकर आगे बढ़ना चाहिए.अमेरिका में 18 हजार भारतीयों के अवैध तरीके से रहने और डीपोर्टेशन के मामले पर उन्होंने कहा कि भारत सरकार अवैध इमिग्रेशन के खिलाफ है.
संगठित गिरोह करवाते हैं अवैध इमिग्रेशन
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, संगठित गिरोह अवैध इमिग्रेशन करवाते हैं. लोग उसके शिकार होते हैं. अवैध इमिग्रेशन के तहत मौजूद लोगों की सटीक संख्या बताना मुश्किल है. केवल अमेरिका में ही नहीं, बल्कि दुनिया में कहीं भी रहने वाले भारतीय अगर निर्धारित समय से अधिक समय तक किसी देश में रह रहे हैं, या वो उचित दस्तावेजों के बिना किसी देश में हैं, तो हम उन्हें वापस ले लेंगे. अगर वो हमारे साथ दस्तावेज साझा करें.