शुक्लागंज, उन्नाव। बीते 29 फरवरी को हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में तीन बार उन्नाव से सांसद रहे 85 वर्षीय देवीबक्श सिंह ने बयान देते हुए कहा कि मैं अपनी मर्जी से छोटे बेटे के साथ रहता हूं। जिस पर न्यायाधीश ने उनके बड़े बेटे की ओर से दाखिल पिता को छोटे भाई द्वारा बंधक बनाए जाने की याचिका को रद्द कर दिया। इस मामले को स्थानीय स्तर पर प्रॉपर्टी से जोड़कर भी देखा जा रहा है। पूर्व भाजपा सांसद के दो बेटे महावीर सिंह और उदयवीर सिंह है। बडे बेटे महावीर सिंह ने अक्टूबर 2023 में हाई कोर्ट में याचिका दायर कर कहा था कि छोटे भाई ने पिता को बंधक बना लिया है वह बीमार है और उनका इलाज नहीं कराया जा रहा है। पिता को मेरे साथ रखने का आदेश दिया जाए।मामले में अधिवक्ता ओपी तिवारी के अनुसार व्हीलचेयर पर पूर्व सांसद अपने छोटे बेटे उदयवीर के साथ हाईकोर्ट पहुंचे और अपना पक्ष रखते हुए बोले कि मैं अपनी मर्जी से छोटे बेटे के पास रहता हूं वही मेरी देखभाल करता है जिसपर कोर्ट ने याचिका को रद्द कर दिया ।
उदयवीर ने बताया कि 29 फरवरी को पिता के साथ वह बयान के लिए हाईकोर्ट पहुंचे थे वहीं महावीर ने संबंध में बात करने से इंकार कर दिया ।