इंफाल। मणिपुर सरकार ने थाउबल जिले के लिलोंग चिंगजाओ इलाके में एक जनवरी को हुई गोलीबारी की घटना की जांच के लिए गुरुवार को एक विशेष जांच दल (एसआइटी) का गठन किया। इस घटना में मरने वालों की संख्या बढ़कर पांच हो गई है। राज्य सरकार ने येरीपोक के एसडीपीओ मोहम्मद रियाजुद्दीन शाह की अध्यक्षता में छह सदस्यीय विशेष जांच दल के गठन की भी घोषणा की।
घायलों में से मोहम्मद अब्दुर रजाक की बुधवार रात इंफाल के एक निजी अस्पताल में मौत हो गई। वह स्थानीय नशा विरोधी संस्था अंजुमन का एक प्रमुख पदाधिकारी था। स्थानीय समूह द्वारा बुधवार को मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह की उपस्थिति में राज्य सरकार के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने के बाद यह किया गया। अधिकारियों के अनुसार राज्य सरकार ने मृतकों के स्वजनों को 10-10 लाख, गंभीर रूप से घायलों को पांच-पांच लाख और मामूली रूप से घायलों को एक-एक लाख रुपये की सहायता राशि देने पर सहमति जताई, जिसके बाद हत्याओं के संबंध में गठित संयुक्त कार्रवाई समिति ने शवों को अंतिम संस्कार के लिए ले जाने का फैसला किया।
समिति के संयोजक मोहम्मद हबीबुल्लाह ने पत्रकारों से कहा कि राज्य सरकार ने उन्हें मृतकों के स्वजनों को नौकरी देने का आश्वासन दिया है। वहीं, मणिपुर के इंफाल में न्यू लाम्बुलाने इलाके में गुरुवार शाम आग लगने से चार खाली घर जलकर खाक हो गए। आग पर काबू पाने के लिए तीन दमकल गाड़ियों को लगाया गया। एक अधिकारी ने कहा कि यह अभी तक स्पष्ट नहीं है कि आग कैसे लगी और दो मंजिला इमारत सहित पक्के घरों को अपनी चपेट में ले लिया।
पांच लोगों का किया गया अंतिम संस्कार
मणिपुर के थाउबल जिले के लिलोंग चिंगजाओ में प्रतिबंधित रिवोल्यूशनरी पीपुल्स फ्रंट (आरपीएफ) के सदस्यों की गोलीबारी में मारे गए पांच लोगों का गुरुवार को अंतिम संस्कार किया गया। अंतिम संस्कार में भाग लेने वाले धार्मिक नेताओं व नागरिक अधिकार कार्यकर्ताओं ने लोगों से इंटरनेट मीडिया पर भड़काऊ बयान न देने की अपील की।