संगम नगरी प्रयागराज में 13 जनवरी से 26 फरवरी तक महाकुंभ 2025 का आयोजन किया जाएगा। महाकुंभ से पहले उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की तैयारियां जारी हैं। महाकुंभ के मद्देनजर हरदोई, सीतापुर, शाहजहांपुर, गोला, कन्नौज से 410 स्पेशल बसें भेजी जाएंगी, जो जीपीएस से लैस होंगी।
क्षेत्रीय सेवा प्रबंधक रमेश कुमार ने बताया कि महाकुंभ का पहला स्नान 13 जनवरी 2025 को होगा। हरदोई क्षेत्र की बसों को महाकुंभ के तीसरे फेज में 24 जनवरी से लगाया गया है। हरदोई क्षेत्र की पांच डिपो से कुल 410 बसों को महाकुंभ के लिए भेजा जाएगा।
रमेश कुमार ने कहा, ‘भगवा रंग की थीम पर इन बसों को पेंट किया जा रहा है। यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करने के लिए सभी बसों में व्हीकल ट्रैकिंग डिवाइस लगाए गए हैं। इससे यात्रियों को बस की लोकेशन के साथ-साथ चालक और परिचालक का नंबर भी आसानी से उपलब्ध हो सकेगा।‘
सेवा प्रबंधक रमेश कुमार के अनुसार, 410 स्पेशल बसों की डेंटिंग-पेंटिंग का कार्य जोर शोर से किया जा रहा है। जिसमें हरदोई डिपो से 110 बसें, शाहजहांपुर डिपो से 103 बसें, कन्नौज डिपो से 35 बसें, सीतापुर डिपो से 91 बसें, गोला डिपो से 71 बसें रवाना की जाएंगी।
उन्होंने बताया कि जिन बसों को महाकुंभ में भेजा जाएगा, उनमें से 225 बसें नई हैं और जल्द ही 110 अतिरिक्त नई बसें भी शामिल की जाएंगी। बसों में मैकेनिकल समस्याओं को भी दूर किया जा रहा है, ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
बता दें कि महाकुंभ का पहला स्नान 13 जनवरी 2025 को होगा और यह 26 फरवरी 2025 तक चलेगा। महाकुंभ में 40 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। सरकार का अनुमान है कि 29 जनवरी को मौनी अमावस्या पर मुख्य मुहूर्त में प्रयागराज में छह करोड़ श्रद्धालु स्नान करेंगे, लेकिन तैयारी 10 करोड़ की होगी।
महाकुंभ के लिए 12 किमी की लंबाई में घाट तैयार किए जा रहे हैं। कुल 10 हजार एकड़ क्षेत्रफल में कुंभ का विस्तार किया गया है।