नोएडा की सोसायटी में शॉर्ट सर्किट से एसी के आउटडोर यूनिट में लगी आग

नोएडा। सेक्टर-119 एल्डिको आमंत्रण सोसायटी में बुधवार रात 17वीं मंजिल पर एक फ्लैट में आग लग गई। शॉर्ट सर्किट से स्प्लिट एयर कंडीशनर (एसी) के आउटडोर यूनिट में ब्लास्ट होने के कारण आग लगी। सूचना पर पहुंची दमकल की एक टीम ने एक गाड़ी की मदद से आग को बुझाया है। समय पर आग बुझाए जाने से कोई जनहानि नहीं हुई है।

बालकनी से होते हुए फ्लैट के अंदर पहुंच गई आग
17वीं मंजिल पर फ्लैट संख्या-1702 में एक व्यक्ति परिवार के साथ रहते हैं। पत्नी और परिवार के साथ बुधवार रात घर पर एसी चलाकर बैठे थे। रात करीब साढ़े नौ बजे अचानक बालकनी में लगे स्प्लिट एसी के आउटडोर यूनिट में शॉर्ट सर्किट से आग लग गई।

देखते ही देखते आग बालकनी से होते हुए फ्लैट के अंदर पहुंच गई। कुछ ही देर में आग ने विकराल रूप ले लिया। फ्लैट में रहने वाले लोग आग की लपटें और धुआं देख दहशत के कारण नीचे आकर खड़े गए। आसपास के फ्लैट में रहने वाले लोग भी निकलकर बाहर खड़े हो गए। घटना की सूचना मेंटेनेंस देखने कंपनी के साथ गार्डों को दी गई।

सोसायटी में मच गई अफरातफरी
वहीं निवासियों ने भी दमकल के साथ पुलिस को फोन किया, लेकिन कुछ ही देर में धुएं की चपेट में पूरा तल आ गया। सोसायटी में अफरातफरी मच गई। फ्लैट में लगी आग के अन्य फ्लैट्स तक पहुंचने की आशंका को देखते हुए ऊपरी तल रहने वाले अन्य लोगों ने अपने घरों को खाली कराना शुरू कर दिया।

गैस पाइप लाइन के साथ बिजली लाइन को बंद किया गया। सूचना पर सेक्टर-113 कोतवाली पुलिस के साथ फायर स्टेशन फेज-3 से दमकल की एक गाड़ी मौके पर पहुंची। करीब आधे घंटे की मशक्कत से दमकल की टीम ने आग पर काबू पाया।

यह सावधानी जरूर बरतें
मिनी सर्किट ब्रेकर एमसीबी का प्रयोग करें।
एल्यूमीनियम की जगह कापर वायर लगाएं।
मकान में प्रयोग हो रही बिजली के मुताबिक लोड बढ़ाएं।
वायरिंग ठीक करवाएं, आइएसआइ मार्क का वायर ही प्रयोग करें।
समय-समय पर सर्विस जरूर करवाएं।
यह सुनिश्चित करें कि पोल से वायर ढीला न बंधा हो।
विंडो एसी के लिए फाइबर का शेड लगाएं।
एसी का फिल्टर नियमित साफ करें।
एसी की वायर लाइन अलग हो।

एसी में आग लगने के प्रमुख कारण
गर्मी में एसी में ब्लास्ट होने व आग लगने की घटनाएं बढ़ गई है। विशेषज्ञों का कहना है कि एसी में ब्लास्ट होने की कई वजह हो सकती है जैसे कि इनमें खराब गुणवत्ता वाले केबल और प्लग का इस्तेमाल, वोल्टेज में उतार-चढ़ाव, गलत गैस का इस्तेमाल करना है। एसी के अंदर कंडेसर पर गंदगी, मैल जमा होने के चलते यह समस्या आती है।

धूल जमने से एसी की गर्मी बाहर नहीं निकल पाती और ऐसी स्थिति में ब्लास्ट होने का खतरा बढ़ जाता है। एक एसी से 60 से 70 डिग्री सेल्सियस गर्मी आउटडोर यूनिट से बाहर निकलती है।

उसी के अनुसार वह कूलिंग करता है, लेकिन धूल जमा होने से उसकी गर्मी बाहर नहीं निकल पाती और कूलिंग भी कम होने लगती है। एसी के अंदर प्रेशर बनता है और आग लगने की आशंका बढ़ जाती है।

नतीजन, बिना बंद हुए ही एसी लगातार चलता रहता है और ब्लास्ट कर जाता है। अगर एसी की वायरिंग में इस्तेमाल किया गया तार, प्लग, शाकेट और सर्किट ब्रेकर अच्छी गुणवत्ता का नहीं है तो इसके कारण भी आग लग सकती है।

वोल्टेज के बार-बार फल्क्चुएशन के कारण भी एसी में आग लग सकती है। एक सीजन में एसी की कम से कम दो बार सर्विस होनी चाहिए।

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