नई दिल्ली। आरबीआई ने जब से पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर एक्शन लिया है तब से लोग फास्टैग को लेकर काफी परेशान हैं। ऐसे में कई लोगों के मन में सवाल है कि क्या वह फास्टैग को पोर्ट कर सकते हैं या नहीं। दरअसल, जबसे पेटीएम पेमेंट्स बैंक की फास्टैग सर्विस को बाहर किया गया है तब से कई लोग इसे पोर्ट करवाना चाहते हैं।
बता दें कि नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने 30 बैंकों को फास्टैग सर्विस से बाहर कर दिया है। एनएचएआई ने यह फैसला बैंकों द्वारा नियमों के उल्लंघन के बाद लिया गया है। आप अपने फास्टैग को पोर्ट करवा सकते हैं।
फास्टैग को कैसे करें पोर्ट
फास्टैग को पोर्ट करवाने के लिए आपको अपने बैंक के कस्टमर केयर से संपर्क करना होगा। अगर आप नया फास्टैग लेने का सोच रहे हैं तो इसके लिए आपको बैंक की ऑनलाइन फास्टैग ऑप्शन पर जाकर अप्लाई करना होगा।
फास्टैग को पोर्ट करवाने के लिए जब आप कस्टमर केयर को कॉल करते हैं तब आपको कुछ दस्तावेज और डिटेल्स भी देने होंगे। यह सब जानकारी देने के बाद आप आसानी से फास्टैग को पोर्ट कर सकते हैं।
इन बैंक में मिलती है फास्टैग सर्विस
NHAI ने फास्टैग सर्विसेज के अनुसार देश के 30 बैंकों में फास्टैग सर्विस उपल्ब्ध है।
- एयरटेल पेमेंट्स बैंक
- इलाहाबाद बैंक
- एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक
- एक्सिस बैंक
- बैंक ऑफ बड़ौदा
- बैंक ऑफ महाराष्ट्र
- केनरा बैंक
- सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया
- सिटी यूनियन बैंक
- कॉस्मोस बैंक
- इक्विटास स्मॉल फाइनेंस बैंक
- फेडरल बैंक
- फिनो पेमेंट्स बैंक
- एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank)
- आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank)
- IDBI बैंक
- IDFC फर्स्ट बैंक
- इंडियन बैंक
- इंडसइंड बैंक
- J&K बैंक
- कर्नाटक बैंक
- करूर वैश्य बैंक
- कोटक महिंद्रा बैंक
- नागपुर नागरिक सहकारी बैंक
- पंजाब नेशनल बैंक
- सारस्वत बैंक
- भारतीय स्टेट बैंक (SBI)
- त्रिशूर जिला सहकारी बैंक
- यूको बैंक
- यूनियन बैंक ऑफ इंडिया
- यस बैंक
फास्टैग क्यों जरूरी है
फास्टैग एक डिवाइस है। इसमें डियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिटीफिकेशन (RFID) टेक्नोलॉजी होती है। जिसके जरिये स्पीड में चल रही गाड़ी के अकाउंट से डायरेक्ट टोल पेमेंट्ल डिडक्ट हो जाती है। फास्टैग चिप पर गाड़ी के फ्रंट शीशे पर लगता है। फास्टैग से बैंक अकाउंट लिंक होता है। टोल पेमेंट्स फास्टैग से लिंक बैंक अकाउंट से ही पैसे कटते हैं।
एनएचएआई फास्टैग को इंडियन हाईवेज मैनेजमेंट कंपनी मैनेज करती है।