सरकारी तंत्रो की बदहाली से खाद की मारामारी हो रही कालाबाजारी
बक्शी का तालाब तहसील क्षेत्र अधिकारी पर्याप्त खाद्य होने का दावा कर रहे हैं लेकिन समितियों में डीएपी खाद के लिए मारामारी मची हुई है समितियो में किसानों को डीएपी खाद न मिलने के कारण प्राइवेट दुकानों में कल्याणपुर कुम्हार अमानीगंज, इटौंजा महोना के दुकानों पर 1600 रुपए से लेकर 1700 रुपए तक डीएपी खाद किसान खरीदने के लिए बिवश है दुकानदारों द्वारा डी ए पी खाद की कालाबाजारी करने की शिकायतें भी मिल रही हैं पर शासन की लचर व्यवस्था के चलते दुकानदार उनके आदेशों को ठेंगा दिखाकर खुले आम डीएपी खाद की कालाबाजारी कर रहे हैं किसान डीएपी खाद पाने के लिए पहाड़पुर,अस्ति ,कुंडापुर ,अर्जुनपुर भटेसुवा नगर चौगावां उसन्ना , दौलतपुर, सरिया,तथा अन्य समितियों की गणेश परिक्रमा कर रहे हैं पर उन्हें खाद मुहैया नहीं हो पा रही है
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के नेता रामदेव तिवारी रंजीत कमल, बबली गौतम रामनरेश सिंह राम प्रकाश सिंह एडवोकेट तथा किसानों ने समितियां के कर्मचारियों पर आरोप लगाते हुए बताया की यहां के कर्मचारी डीएपी खाद की कालाबाजारी करने में चूकते नहीं है इतना ही नहीं निर्धारित रुपए से अधिक डीएपी खाद बेच रहे हैं और कर्मचारी अपनी जेबें भर रहे हैं जबकि इन समितियो में डीएपी खाद की निर्धारित कीमत 1350 रुपए प्रतिबोरी पर यहां के कर्मचारी डीएपी खाद को 1400 रुपए से लेकर 1450 रुपए तक बेचने में कोताही नहीं करते हैं इन कर्मचारियों के मुंह लगे डीएपी खाद की कालाबाजारी बेखौफ करवा रहे हैं शासन के आला अफसर के ढिलाई के चलते इन समितियों के कर्मचारियों द्वारा तथा प्राइवेट दुकानदारों द्वारा बड़े पैमाने पर डीएपी खाद के नाम पर शोषण किया जा रहा है किसान सुबह से ही डीएपी खाद पाने के लालच में कतार में लगे रहते हैं फिर भी उन्हें खाद नहीं मिल पाती है
जब इस संबंध में समितियो के कर्मचारियों से जानकारी की गई तो उन्होंने बताया की यहां पर डीएपी खाद की कालाबाजारी नहीं की जाती है लेकिन हकीकत इससे कोसों दूर है जब प्राइवेट दुकानदारों के यहां कोई अधिकारी जांच करने के लिए आता है तो वहां फ़र्ज़अदायगी करके चलते बनते हैं।
समिति के कर्मचारी चोरी छिपे बड़े किसानो को देर सबेर उपलब्ध करा दी जाती है,अन्य किसान दाने दाने को मोहताज है।
जब इस संबंध में।जिला कृषि अधिकारी तेज बहादुर ने बताया कि समितियो एक कृषि विभाग एक राज्य संबंध कर्मचारी खाद वितरित कराएगा उसके बादशिकायत मिलने पर कार्यवाही की जायेगी।