-शीतलहर से कांपे लोग, कोहरे से थम गए वाहनों के पहिए
-कोहरा लगातार पड़ा तो गेहूं को छोड़कर दलहनी व तेलहनी फसलों को हो सकता है नुकसान
निष्पक्ष प्रतिदिन,लखनऊ। राजधानी लखनऊ सहित पूरे प्रदेश में घने कोहरे के कारण जनजीवन प्रभावित हो गया। वहीं फसलों पर संकट मंडराने लगा है।कोहरे से फसलों में नुकसान की आशंका बढ़ गई है।गुरूवार को शाम होने के साथ रात में और सुबह तक कोहरे की चर्पेट में पूरा जिला आ गया। घने कोहरे के कारण शाम से ही शहरवासियों और ग्रामीण इलाकों में सड़कों पर आवागमन बंद हो गया और नागरिक शाम के साथ ही घरों में कैद हो गये। अलाव के सहारे सड़कों पर लोगों को देखा गया। शाम होने के साथ-साथ कोहरे के बढ़ जाने के कारण एनएच 24 सीतापुर रोड पर चलने वाले वाहनों के पहिए थम गए। और भारी वाहनों को वाहन चालकों ने ढाबो में या फिर सुरक्षित स्थानों में सड़कों के किनारे खड़ा कर दिया गया। ड्राइवर मंगल प्रसाद ने बताया कि घने कोहरे के कारण नजदीक का भी नहीं दिख रहा है। जिसके कारण वाहन चलाने में परेशानी होती है और सुरक्षा को लेकर हम लोग सड़क किनारे वाहनों को खड़ा कर दिए हैं। गुरूवार की शाम से ही कोहरा शुरू हो गया था। रात होते-होते अचानक कोहरे ने सूबे के सभी जिलों को अपने चपेट में ले लिया। अचानक गिरे कोहरे के कारण जनजीवन प्रभावित हो गया। और शाम से ही नगर की सडक़ों पर सन्नाटा छा गया। लोग घरों में कैद हो गए।लोग सुबह घरों से नहीं निकले, और सड़कें सूनी पड़ी रही।
बता दें कि सर्दी बढ़ने के साथ ही सुबह के घने कोहरा पड़ने लगा है । इससे फसलों पर संकट मंडराने लगा है । कोहरे से फसलों में नुकसान की आशंका बढ़ गई है । आसमान में घना कोहरा छाने से मौसम में नमी बनी रहेगी। इससे आलू की फसल में झुलसा का खतरा गहराने लगा है। दिसंबर की शुरुआत में आलू बोने का कार्य शुरू हुआ था। अभी फसल तैयार होने में वक्त है । आलू की फसल में रोग लगने की आशंका बढ़ गई है । रोग लगने से पौधे झुलस जाते हैं । इससे बड़े पैमाने पर पैदावार प्रभावित होती है। बीकेटी के कृषि बीज भंडार के प्रभारी ने बताया कि कोहरा आलू , मटर व सरसों की फसलों को बर्बाद कर सकता है । समय से दवा का छिड़काव कर फसलों को नुकसान से बचाया जा सकता है । मटर और सरसों के लिए भी समय से पहले पड़ने वाला कोहरा हानिकारक है।दरअसल, गिरते तापमान के साथ कोहरे व पाले का रबी की फसलों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। इन दिनों मौसम को लेकर किसान चिंतित हैं। घने कोहरे और पाला पड़ने की संभावना प्रबल है। अगर ऐसे ही पारा गिरता रहा तो इसका सबसे ज्यादा असर रबी सीजन की दलहनी फसलों के साथ ही आलू पर पड़ेगा। तापमान कम होने से मटर, चना और आलू की फसलों पर रोग का खतरा बढ़ जाता है।लगातार कोहरा पड़ने से गेहूं की फसल को छोड़कर अन्य सभी फसलों को नुकसान पहुंच सकता है।
अचानक बढ़ा कोहरा
गुरूवार की शाम से ही कोहरा शुरू हो गया था । रात होते – होते अचानक कोहरे ने पूरे क्षेत्र में को चपेट में ले लिया। अचानक गिरे कोहरे के कारण जनजीवन प्रभावित हो गया। और शाम से ही नगर की सड़कों पर सन्नाटा छा गया। लोग घरों में कैद हो गए।
बच्चे, बुजुर्ग बरतें सावधानी
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बीकेटी के अधीक्षक डा. जेपी सिंह ने बताया,कि सर्दी में बुजुर्गों, बच्चों और बीमार लोगों को विशेष सावधान रहने की जरूरत है। हर बार गुनगुने पानी का सेवन करें। चाय में तुलसी के पत्ते और अदरक जरूर डालें। बुजुर्गों को च्यवनप्राश का प्रयोग करना चाहिए। जरूरत पड़ने पर ही घर से बाहर निकलें। दमा रोगियों को चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए। बीमार होने पर तुरंत अस्पताल में दिखाएं।