MSP सहित अन्य मांगों को लेकर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल आमरन अनशन पर बैठे

13 फरवरी 2024 से शंभू और खनौरी बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन मामले की सुनवाई बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में हो रही है. जस्टिस सूर्यकांत की अध्यक्षता वाली 3 जजों की पीठ सुनवाई हुई. पिछली सुनवाई में कोर्ट ने पंजाब सरकार से पिछले 15 दिन का मेडिकल रिपोर्ट देने को कहा था. वहीं पंजाब सरकार ने कोर्ट को बताया था कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित हाई पावर कमेटी ने किसानों के साथ बैठक की है.

सुनवाई के दौरान पंजाब सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि केंद्र के प्रतिनिधिमंडल से डल्लेवाल बातचीत करने को तैयार हो गए हैं. 14 फरवरी को बैठक होना तय हुआ है. उसे देखते हुए डल्लेवाल और अन्य ने चिकित्सा सहायता ली है और विरोध स्थल से 50 मीटर दूर अस्पताल में स्थानांतरित हो गए हैं.

जस्टिस सूर्यकांत ने भी कहा कि सकारात्मक पहल हुआ है. हमें यह भी बताया गया है कि कुछ अन्य किसान नेताओं ने भी अपना अनशन तोड़ दिया है और वार्ता फिर से शुरू करने पर सहमति व्यक्त की है. सभी हितधारक कार्रवाई करने में सक्षम होंगे. और राष्ट्रीय हित में जो भी मुद्दा होगा उसे हल करेंगे. मामले की अगली सुनवाई फरवरी महीने के अंत में होगी.

सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि वह सभी रिपोर्ट्स को एम्स को भेजेगा, ताकि राज्य के दावे की पुष्टि की जा सके . कोर्ट ने एम्स के डायरेक्टर से कहा था कि इस संबंध में चिकित्सा विशेषज्ञों से परामर्श करें.

MSP सहित अन्य मांगों को लेकर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल आमरन अनशन पर बैठे हैं. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हम डल्लेवाल से बातचीत फिर से शुरू करने और चिकित्सा देखभाल लेने के साथ-साथ प्रभावी चर्चा में शामिल होने का अनुरोध कर सकते हैं.

डल्लेवाल के स्वास्थ्य पर रिपोर्ट पेश करेगी पंजाब सरकार
इस बीच पंजाब सरकार की ओर से आमरण अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की स्वास्थ्य रिपोर्ट पेश की जाएगी. साथ ही आज अनशन के 58वें दिन डल्लेवाल को ट्रॉली से बाहर लाया जाएगा. उन्हें मंच के पास बन रही ट्रॉली/कमरे में शिफ्ट किया जाएगा, जहां उन्हें आसानी से धूप मिल सके.

डल्लेवाल ने कहा है कि मुझे इलाज की जरूरत नहीं पड़ी. 121 किसान आमरण अनशन पर थे, इसलिए मुझ पर दबाव पड़ा और इलाज कराने के लिए राजी होना पड़ा. डल्लेवाल ने कहा कि हम यह जंग रोटी से नहीं बल्कि अकाल पुरख के आशीर्वाद से जीतेंगे. गुरु नानक देव जी दया करें, शरीर उनका है, उनकी दया से ही सब होगा. सौहार्द की भावना है, अगर वे मुझे मीटिंग में ले जाएंगे तो मैं भी मीटिंग में जाऊंगा.

26 जनवरी को ट्रैक्टर मार्च का ऐलान
इधर, डल्लेवाल ने चिकित्सा सहायता लेनी शुरू कर दी है. उनसे मिलने के लिए बड़ी संख्या में किसान पहुंच रहे हैं. साथ ही अन्य राज्यों में भी आंदोलन के समर्थन में कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं. इसी सिलसिले में महाराष्ट्र के किसानों ने जिला स्तर पर एक दिन की सांकेतिक भूख हड़ताल की. यह मांग पत्र जिला अधिकारियों के माध्यम से केंद्र सरकार को भेजा गया. वहीं, आज तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में किसान एक दिन का सांकेतिक उपवास रख रहे हैं.

किसानों ने फैसला किया है कि 26 जनवरी को देशभर में ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे. इसके बाद दिल्ली कूच के बारे में फैसला लिया जाएगा. जबकि 14 फरवरी को किसान चंडीगढ़ में केंद्र सरकार से मुलाकात करेंगे.

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