साहिबाबाद। भोले के भक्त आज सोमवार से सावन शुरू होने के साथ ही कांवड़ यात्रा के लिए हरिद्वार जाना शुरू कर देंगे। इनके लिए बसे आरक्षित की गई हैं। 22 जुलाई से डायवर्जन के कारण हरिद्वार जाने वाली बसों के किराए में भी वृद्धि होगी।
करीब 250 बसें की गई आरक्षित
हरिद्वार जाने के लिए गाजियाबाद रीजन के आठ डिपो की करीब 250 बसें आरक्षित की गई हैं। ज्यादातर बसों का संचालन गाजियाबाद डिपो से किया जाएगा। कौशांबी डिपो से जरूरत पड़ने पर ही बसों का संचालन होगा।
रविवार तक गाजियाबाद डिपो से जो बसें मोहननगर, मुरादनगर, मेरठ होते हुए हरिद्वार जा रही हैं उनका किराया 336 रुपये लिया जा रहा है। डायवर्जन होने पर जो बसें मेरठ एक्सप्रेसवे, बिजनौर होते हुए हरिद्वार जाएंगी उनका किराया 371 रुपये निर्धारित किया गया है।
जो बसें गाजियाबाद से हापुड़, सोहराब गेट होते हुए हरिद्वार जाएंगी उनका किराया 369 रुपये निर्धारित किया गया है। वहीं डायवर्जन के कारण कौशांबी से गढ़मुक्तेश्वर, बरेली, कालागढ़ समेत विभिन्न मार्ग बदलने से भी बसों की दूरी बढ़ेगी। इससे किराया भी बढ़ जाएगा।
27 से लालकुआं व हापुड़ चुंगी से होगा बसों का संचालन
27 जुलाई को शहर के अंदर से भी डायवर्जन होने के कारण हरिद्वार की बसें भी हापुड़ चुंगी व लालकुआं से संचालित की जाएंगी। यहीं से कांवड़ यात्रियों को बसें मिलेंगी। ये सभी बसे साधारण होंगी।
बस अड्डे पर साफ-सफाई व पानी की रहेगी व्यवस्था
कांवड़ यात्रा को देखते हुए क्षेत्रीय प्रबंधक ने कौशांबी व गाजियाबाद डिपो से साफ-सफाई के साथ ही पानी की व्यवस्था करने के कड़े आदेश दिए हैं। यहां पर तीन शिफ्टों पर कर्मियों की ड्यूटी भी लगाई जाएगी। पूछताछ केंद्र पर 24 घंटे कर्मी तैनात रहेंगे। कांवड़ियों को समस्या होने तक समाधान किया जाएगा।
गाजियाबाद डिपो से हरिद्वार की बसों का किराया
गाजियाबाद डिपो से मोदीनगर-बिजनौर-हरिद्वार 336 रुपये -235 किमी
गाजियाबाद डिपो से मेरठ एक्सप्रेसवे-बिजनौर-हरिद्वार 371 रुपये -247 किमी
गाजियाबाद डिपो से हापुड़-हरिद्वार 369 रुपये -245 किमी
गाजियाबाद डिपो से सीधे हरिद्वारा 319 रुपये -201 किमी
कौशांबी डिपो से हरिद्वार की बसों का किराया
वर्तमान में : कौशांबी से मोहननगर-मुरादनगर-मोदीनगर-मेरठ-हरिद्वार 345 रुपये
डायवर्जन : कौशांबी से मेरठ एक्सप्रेसवे-मुजफ्फरनगर-हरिद्वार 377 रुपये
डायवर्जन : कौशांबी से किठौर-बिजनौर-लजीबाबाद-हरिद्वार 402 रुपये
22 जुलाई से डायवर्जन होना शुरू हो जाएगा। इसके साथ ही हरिद्वार व अन्य शहरों के लिए जाने वाली बसों के रूट बदल जाएंगे। इससे बसों का किराया भी बढ़ेगा। डिपो पर कांवड़ यात्रियों के लिए सभी व्यवस्थाएं की जा रही हैं।
-केसरी नंदन चौधरी, क्षेत्रीय प्रबंधक, यूपीएसआरटीसी।
डिपो का उत्तराखंड परिवहन से अनुबंध नहीं
कासना स्थित ग्रेटर नोएडा डिपो का उत्तराखंड परिवहन विभाग से अनुबंध नहीं होने के कारण हरिद्वार के लिए बसों का संचालन नहीं हो पा रहा है। शहर के सेक्टर,सोसायटी और गांव में रहने वालों को गंगाजल लाने के लिए सिटी सेंटर नोएडा जाना पड़ रहा है,जिसके कारण भोले के भक्तों को काफी परेशानी हो रही हैं। उन्हें करीब 25 से 30 किलोमीटर का लंबा सफर तय करना पड़ रहा है,जिससे उनका समय और पैसे भी अधिक खर्च हो रहे हैं।
बता दें हरिद्वार से कांवड़ लाने के लिए ग्रेटर नोएडा, दादरी और आसपास के गांवों से हजारों संख्या में लोग जाते है। इनके जाने के लिए ग्रेटर नोएडा डिपो ने कोई व्यवस्था नहीं की है। डिपो से से भले ही आगरा,इटावा,हाथरस, अलीगढ़ समेत कई रूट पर बसों का संचालन होता है,लेकिन हरिद्वार जाने के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। हजारों यात्रियों को बस से जाने के लिए नोएडा जाना पड़ रहा है।
आर्य प्रतिनिधि सभा के जिला उपाध्यक्ष डॉ. आनंद आर्य ने बताया कि कई बार रोडवेज के अधिकारियों से ग्रेटर नोएडा से दादरी होते हुए हरिद्वार के लिए बस चलाने की मांग की थी,लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। एआरएम ग्रेटर नोएडा डिपो अनिल कुमार शर्मा ने बताया कि ग्रेटर नोएडा से किसी भी बस के पास हरिद्वार के लिए परमिट नहीं है। यात्रियों को ग्रेटर नोएडा से सिटी सेंटर भेजा जा रहा है।