जिले के 35 विद्यालयों के 3800 विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया।
बाराबंकी। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग प्रचारक कृष्ण चंद्र ने कहा कि 1947 में मिली आजादी खंडित थी क्योंकि देश को आजाद करने से पूर्व इसे दो देशों में विभाजित कर दिया गया।यह विभाजन भारतीय इतिहास की सबसे बड़ी त्रासदी है।विभाग प्रचारक रामनगर पीजी कॉलेज में अखंड भारत संकल्पना विषयक निबंध प्रतियोगिता के पुरस्कार वितरण समारोह में बतौर मुख्य वक्ता बोल रहे थे।उन्होंने कहा कि आजादी के अंग्रेजों ने 1905 में बंगाल को दो भागों में बाट दिया था,मगर बंगाल की जनता ने इस विभाजन का जोरदार विरोध किया।जनता की एकजुटता और भारी विरोध के आगे अंग्रेजों को 1911 में बंगाल विभाजन का निर्णय वापस लेना पड़ा।उन्होंने कहा एक दिन अखंड भारत का सपना अवश्य पूरा होगा।उन्होंने विजेताओं को भारत माता का चित्र और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।
अखंड भारत संकल्प दिवस के उपलक्ष में गत एक सप्ताह से जिले के विभिन्न विद्यालयों में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने ‘ अखंड भारत की संकल्पना ‘ विषयक निबंध प्रतियोगिताओं का आयोजन किया।प्रतियोगिताएं विद्यालय स्तर पर आयोजित की गई तथा प्रत्येक विद्यालय में विजेताओं को अखंड भारत संकल्प समिति के सदस्यों ने सम्मानित किया।एक सप्ताह तक चली निबंध प्रतियोगिताओं में विद्यार्थियों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। समिति के अध्यक्ष एवम जिला संघ चालक डॉक्टर राकेश शंकर गुप्ता ने बताया कि जनपद के 35 विद्यालयों में यह प्रतियोगिता आयोजित की गई।जिसमे कुल 38 सौ विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया।उन्होंने बताया कि विद्यार्थियों ने निबंध के जरिए अखंड भारत के प्रति अपने संकल्पों और मनोभावों को बेहद गंभीरता के साथ प्रकट किया है। संपूर्ण कार्यक्रम समिति के सचिव डॉ नन्हे सिंह, कार्यक्रम संयोजक पारितोष वर्मा एवम सदस्य प्रभात सिंह के देखरेख में संपन्न हुआ।