बदायूं। शहर में स्थित इन्द्राचौक पर रामा हास्पिटल में भर्ती मरीज की शनिवार को मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर की लापरवाही से मरीज की जान गई है। परिवार वालों ने पहले अस्पताल गेट पर हंगामा किया, जबकि इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव कब्जे में ले लिया। उसका तीन डॉक्टर्स के पैनल से पोस्टमार्टम की तैयारी शुरू कर दी है।
थाना अलापुर इलाके के गांव बेहटा निवासी अनीता पत्नी अजय कुमार के भाई मुकेश मिश्रा निवासी गांव गनगोला कोतवाली दातागंज के 24 अगस्त को पेट में दर्द उठा था। इस पर मुकेश को शहर के इंदिरा चौक स्थित रामा हास्पिटल में भर्ती कराया गया। अस्पताल के मालिक डॉ. बीआर गुप्ता हैं। परिजनों के मुताबिक यहां लाने के बाद स्टाफ ने कुछ जांचें कीं। जबकि बाद में डाक्टर द्वारा बताया गया कि मुकेश के लीवर में इंफेक्शन है। एक दो दिन में ठीक हो जाएगा।
नतीजतन परिजनों ने मुकेश को वहां भर्ती करा दियाा। तहरीर के मुताबिक इलाज से मुकेश ठीक हो गया। इस पर परिवार वालों ने उसे डिस्चार्ज करने को कहा। आरोप है कि डाक्टर का कहना था कि तीन-चार दिन और भर्ती रखा जाएगा। इसको लेकर मुकेश व डॉ. बीआर गुप्ता के बीच कहासुनी हो गई। ऐसे में डाक्टर ने शनिवार सुबह डिस्चार्ज करने की बात कही थी।
गलत इंजेक्शन लगाने का आरोप
आरोप है कि रात में मरीज को गलत इंजेक्शन लगा दिया गया। इससे उसकी हालत बिगड़ गई। काफी देर बुलाने के बाद डाक्टर आए और मरीज के हाथपैर बंधवाकर छोड़ गए। इलाज भी नहीं किया, नतीजतन मरीज की शनिवार को मौत हो गई। मरीज की बहन अनीता ने बताया कि डाक्टर द्वारा इलाज के नाम पर 50 हजार रुपये ले लिए गए लेकिन राहत नहीं मिली। एसएचओ सिविल लाइंस गौरव विश्नोई ने बताया कि फिलहाल शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। तहरीर व पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी। इधर, डॉ. बीआर गुप्ता का पक्ष जानने के लिए उन्हें फोन किया तो उनका कहना था कि अभी वो विजी हैं, बाद में बात करेंगे।