श्रीनगर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को श्रीनगर में एक चुनावी रैली में कहा कि जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के पहले चरण में बंपर वोटिंग ने पत्थरबाजी और दहशतगर्दी की हमदर्द पार्टियों को खारिज कर दिया है। ऐसा इसलिए हुआ है, क्योंकि यहां की अवाम को मोदी की सुरक्षित और समृद्ध जम्मू-कश्मीर की गारंटी पर पूर्ण विश्वास है। उन्होंने श्रीनगर रैली में मौजूद जनता-जनार्दन का तहेदिल से शुक्रिया भी अदा किया।
विधानसभा चुनावों के दूसरे चरण के लिए गुरुवार को श्रीनगर में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि हम सबका मकसद जम्मू-कश्मीर की तेज तरक्की है। जम्मू-कश्मीर की तेज तरक्की का जज्बा और बुलंद करने का पैगाम लेकर मैं आपके बीच आया हूं। पीएम मोदी ने नेकां-पीडीपी व कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए कहा कि तीन खानदानों ने जम्मू-कश्मीर की सियासत को अपनी जागीर समझ रखा है। ये अपने खानदान के सिवाय, दूसरे किसी को आगे आने ही नहीं देना चाहते। वरना पंचायत, बीडीसी और डीडीसी के इलेक्शन को इन्होंने क्यों रोका?
प्रधानमंत्री ने कहा कि जम्मू-कश्मीर की अवाम को उनके जायज हक से महरूम रखना ही इनका सियासी एजेंडा रहा है। इन्होंने जम्मू-कश्मीर को सिर्फ डर और अराजकता ही दी है। लेकिन अब जम्मू-कश्मीर इन तीन खानदानों के शिकंजे में नहीं रहेगा। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज बच्चों के हाथों में पत्थर नहीं पेन है, किताबे हैं, लैपटॉप हैं। आज स्कूलों में आग लगने की खबरें नहीं आतीं। आज यहां नए स्कूल-कॉलेज, एम्स, मेडिकल कॉलेज, आईआईटी ये बनने की खबरें आ रही हैं। मैं चाहता हूं हमारे बच्चे पढ़ें लिखें और उनके लिए यहीं पर नए मौके बने।
पीएम मोदी ने कहा कि कश्मीरी पंडितों को इन तीन परिवारों की गलत नीतियों का खामियाजा भुगतना पड़ा। सिख समुदाय को भी नुकसान हुआ, हम विभिन्न धर्मों और क्षेत्रों को एक साथ लाए हैं। हम दिल और दिल्ली की दूरी को मिटा रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि मासूम बच्चों ने क्या गुनाह किया था कि उन्हें स्कूल छोड़ना पड़ा? यह दुर्भाग्यपूर्ण था। आज हमने 50,000 बच्चों की स्कूल वापसी सुनिश्चित की है। हमने 15,000 स्कूलों में प्री-प्राइमरी कक्षाएं शुरू की हैं, जिससे 1.5 लाख से अधिक बच्चे लाभान्वित हुए हैं। इसके अतिरिक्त लगभग 250 स्कूलों को पीएमश्री स्कूलों में अपग्रेड किया जा रहा है। आज तीन खानदानों (पीडीपी, नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस) के पास बोलने के लिए कुछ नहीं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं देख रहा हूं कि आज मेरे कश्मीर के भाई-बहन खुशामदीद पीएम कह रहे हैं। मैं तहेदिल से उनका शुक्रिया अदा करता हूं। जम्मू-कश्मीर में इस वक्त जम्हूरियत का त्योहार चल रहा है। कल ही यहां 7 जिलों में पहले दौर का मतदान हुआ है। पहली बार दहशतगर्दी के साए के बिना ये मतदान हुआ है। हम सभी के लिए बहुत खुशी और गर्व की बात है कि इतनी बड़ी संख्या में लोग वोटिंग के लिए अपने घरों से बाहर निकले। कुछ दिन पहले जब मैं जम्मू-कश्मीर आया था तो मैंने कहा था कि जम्मू-कश्मीर की बर्बादी के लिए तीन खानदान जिम्मेदार हैं। तब से दिल्ली से लेकर श्रीनगर तक ये लोग बौखलाए हुए हैं। इन्हें लगता है कि इन पर कोई कैसे सवाल उठा सकता है, इन्हें लगता है कि जैसे-तैसे कुर्सी पर कब्जा जमाना और फिर आप सबको लूटना इनका पैदाइशी हक है।
उन्होंने हजरतबल, जेष्टा माता, खीर भवानी, शंकराचार्य का जिक्र किया और कहा कि इन तीन परिवारों के कारण हमारे पवित्र स्थान सुरक्षित नहीं हैं। तीन दशकों के बाद मुहर्रम का जुलूस निकाला गया, पर्यटन बढ़ रहा है, टैक्सी मालिक और ढाबा मालिक… हर कोई शांतिपूर्ण माहौल में आजीविका कमा रहा है, यह सब जम्मू कश्मीर के लोगों के कारण है।