अस्करी हाल में नम आँखों के साथ 18 बनिहाशिम का ताबूत निकला

मासूम बच्चो ने हाथो में कुजे लेकर हाय प्यास अलातश की सदा बुलंद की

बाराबंकी। देवा रोड स्थित मौलाना गुलाम अस्करी हाल की मकसूस तारीख 23 सफऱ में 18 बनि हाशिम का जुलुस बरामद हुआ। जिसमें इमाम हुसैन समेत 18 शहीदों के ताबूत व आलम की जियारत करायी गई। और जिसमे सीरिया से आया अलम भी ज़्यारत के लिए नजब किया गया,इससे पूर्व अस्करी हाल में बनारस से आये मौलाना नदीम असग़र ने मजलिस को संबोधित किया। प्रोग्राम के दौरान शर्बत, दूध, चाय, कोल्डड्रिंक, पानी, बिस्किट, आदि जुलुस में आने वाले जायरीनों को खिलाया पिलाया गया, पुलिस प्रशासन द्वारा सुरक्षा के भी कड़े इंतिजाम किया गया था। मजलिस समाप्ति के बाद बाहर से आई अन्जुमन रौनाके अज़ा के नवजवानों ने जमकर नोहखाव्वनी व सीनाजनी की ये जुलुस मोहल्ले का गश्त करते हुवे वापस अस्करी हाल पंहुचा जहाँ पर इमामे जुमा मौलाना मोहम्मद रज़ा रिज़वी ज़ैदपुरी व मौलाना जव्वाद अस्करी साहब ने 18 बनि हाशिम के ताबूत की नकाबत की मौलाना मोहम्मद रज़ा व जव्वाद अस्करी ने इमाम हुसैन, हजरत अब्बास, हजरत क़ासिम, अली असग़र, समेत 18 ताबूतों की दर्दनाक मसाएब बनाया किये जिसे सुनकर वहाँ मौजूद अजादार सिसकियों से रोने लगे। जब इमाम हुसैन के भाई हजरत अब्बास का अलम से पहले छोटे छोटे बच्चे अपने सरो पर खाली कुजे लिए हुवे हाय प्यास,हाय प्यास अल्लतश की सदाए के साथ जब जुलुस निकला तो हर किसी की आँखों से आँसू बहने लगा।

आखिर में अंजुमनों के नवजवानो ने लब्बेक या हुसैन लब्बेक या हुसैन के साथ जुलुस निकाला और अस्करी हाल के सामने जमकर सीनाजनी की। प्रोग्राम में शामिल हर जायरीनो अंजुमनों के नवजवानों की जमकर तारीफ की जो अलम जुल्जनहा, ताबूतों की जियारत कराई। ये प्रोग्राम देर रात लगभग एक बजे समाप्त हुआ। गाजीपुर से आये अन्जुमन गुलामे अस्करी के शायर मौलाना दबीर आब्दी ने प्रोग्राम को कामयाब बनाने को लेकर अंजुमन सदर रियाज़ हुसैन, सेक्रेटरी मंज़र अब्बास, एबाद अस्करी जौहर रिज़वी, मोहसिन,नजफी, अली, हैदर रिज़वी,की जमकर तारीफ की और उनके हक में दुआ की है। अन्जुमन के सेक्रेटरी मंज़र अब्बास ने बताया कि ये प्रोग्राम पिछले 26 वर्षों से होता आ रहा है और 18 बनिहाशिम के ताबूत 7 सालो से बरामद किये जा रहे है और इस प्रोग्राम को कामयाब करने में लिये अन्जुमन के नवजवानों के साथ पूरे शहर के नौजवान भरपूर कोशिश करते है।जिसमे समीर अब्बास ( शादाब )3 दिन लगातार मेहनत करके पूरे सजावट के स्ट्रेक्चर को तैयार करते है, जिससे जुलुस में रौनक आ सके,इस मौके पर डॉक्टर असद अब्बास,सादिक़ हुसैन (सभासद), सरफ़राज़ हुसैन, अहमद रज़ा ज़ैदी, ज़हिर ज़ैदी, ज़मीर साहब, तालिब ज़ैदी,कमर नक़वी, दावर हुसैन, शकील हैदर, तस्दीक हुसैन, सफ़दर रिज़वी आदि लोग मौजूद रहे।बाद जुलुस सभी ज़ायरीनों के लिए नज़रे मौला का एहतिमाम किया गया। अन्जुमन के सेक्रेटरी मंज़र अब्बास ने आये सभी ज़ायरीन और पुलिस प्रशासन का शुक्रिया अदा किया।

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