उन्नाव में कोतवाली क्षेत्र के सिकंदरपुर सरोसी ब्लॉक के एक उच्च प्राथमिक विद्यालय में पढ़ाने वाले शिक्षक पर गंभीर आरोप लगे हैं. दिए गए प्रार्थना पत्र पर रसोईया ने बताया कि विद्यालय का प्रधानाध्यापक मेरे और स्कूल में पढ़ने वाली छात्राओं के साथ कई बार अश्लील हरकतें कर चुका है. मना करने पर जान से मारने की धमकी देता था. हिम्मत जुटाकर रसोईया ने मामले की जानकारी दी, उसके बाद तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज हुआ है.
सदर कोतवाली क्षेत्र के सरोसी गांव की रहने वाली महिला ने पुलिस में तहरीर देकर बताया कि उसके बच्चे इसी स्कूल में पढ़ते हैं और वह स्कूल में रसोइया के पद पर कार्यरत है. पिछले दिनों में स्कूल की बच्चियों ने बताया कि स्कूल प्रधानाध्यापक राजेश कुमार बच्चियों को अपने पास बुलाकर उनके साथ अश्लील हरकतें व बदसलूकी कर गलत इशारे करते हैं.
आरोपी शिक्षक की तलाश शुरू
उन्होंने बताया कि हम लोगों ने इस बात की शिकायत स्कूल की शिक्षिका से की. बाद में स्कूल शिक्षिका व शिक्षक ने बुलाकर सारी जानकारी हासिल की. एक दर्जन से अधिक बच्चियों ने स्कूल शिक्षिका से प्रधानाध्यापक की शिकायत की थी. पुलिस ने तहरीर के आधार पर प्रधानाध्यापक राजेश पर छेड़छाड़ व पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज कर जांच पड़ताल की और आरोपित शिक्षक की तलाश शुरू कर दी है.
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग की टीम पहुंची
इस मामले की जानकारी राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग तक पहुंच गई. आयोग की टीम स्कूल पहुंची. सात से 14 वर्ष आयु वर्ग की 18 छात्राएं सामने आईं जिन्होंने खेल-खेल में, पैसे देकर बहा फुसलाकर उनके साथ छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया. टीम करीब छह घंटे रही और अभिभावकों व शिक्षकों के भी बयान लिए. छत्राओं ने बताया कि विद्यालय के प्रधानाध्यापक राजेश कुमार उन सभी को करीब दो वर्षों से अपने कमरे में बुलाकर अश्लील हरकत करता है.
कुछ पूर्व छात्राओं के नाम भी सामने आए हैं, लेकिन वे बयान के लिए विद्यालय नहीं पहुंची. राष्ट्रीय राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्य प्रीति भारद्वाज ने बताया कि छात्रों, उनके अभिभावकों और शिक्षकों समेत 29 लोगों के बयान दर्ज किए गए हैं. रसोईया की तरफ से मिली तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. आगे की कार्रवाई की जा रही है.