अयोध्या। राम मंदिर के तीनों तलों का निर्माण तो इसी वर्ष दिसंबर तक पूरा करने का लक्ष्य है। इसके साथ 18 महीनों में राम मंदिर के पूरक प्रकल्प के रूप में प्रस्तावित शेषावतार मंदिर सहित आठ अन्य मंदिर, राम मंदिर का परकोटा औैर यात्री सुविधा केंद्र का शेष 50 प्रतिशत कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा। रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय ने यह जानकारी दी। वह रामजन्मभूमि परिसर में हो रही राम मंदिर निर्माण समिति की बैठक के दूसरे दिन संवाददाताओं से वार्ता कर रहे थे।
राम जन्मोत्सव के अवसर पर इतने लाख आ सकते हैं श्रद्धालु
उन्होंने बताया कि राम जन्मोत्सव के अवसर पर 25 से 30 लाख श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। यद्यपि राम जन्मोत्सव 17 अप्रैल को मनाया जाना है, किंतु श्रद्धालुओं के आवागमन में वृद्धि पूरे सप्ताह तक चलेगी और तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट इस तथ्य को ध्यान में रख रहा है। तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय ने रामलला का दर्शन सामान्य दर्शनार्थी की तरह करने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा कि रामजन्मभूमि मार्ग के प्रवेश से लेकर निकास तक रामलला के दर्शन में कुल एक घंटे ही लगते हैं। वीआइपी अथवा सुगम दर्शन में 40 मिनट के करीब लगते हैं, किंतु सामान्य दर्शनार्थी के तौर पर रामलला को सौ फीट दूर से ही देखने का अवसर मिलता है।
प्रत्येक दिन पहुंच रहे हैं इतने लोग
सीसीटीवी कैमरों में फिट हैंड काउंट साफ्ट वेयर के आधार पर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव ने बताया कि प्रत्येक दिन रामलला का दर्शन करने सवा से डेढ़ लाख श्रद्धालु आ रहे हैं। 10 मार्च को यह संख्या 2.25 लाख तथा 17 मार्च को 1.75 लाख थी।
पैसा लेकर दर्शन कराना रामलला के प्रति अपराध
तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव ने रामलला का वीआइपी दर्शन कराने के नाम पर श्रद्धालुओं से वसूली की पुष्टि करते हुए कहा, ऐसा कार्य रामलला के प्रति अपराध है। उन्होंने एसएसपी से अपेक्षा जताई कि वह इस मामले में कानून के हिसाब से कठोर कार्रवाई करें। रामनवमी के अवसर पर भीड़ बढ़ेगी और इसका दुरुपयोग अनेक लोग कर सकते हैं।