युद्धग्रस्त अफ्रीकी देश सूडान में महिलाओं के साथ हो रहा दुष्कर्म

खार्तूम। दुनिया के सबसे गरीब देशों में से एक सूडान है। यह देश पिछले कई सालों से आर्थिक चुनौतियों का सामना कर रहा है। युद्धग्रस्त सूडान में ऐसे हालात हैं कि महिलाओं को भोजन के लिए भी भारी कीमत चुकानी पड़ रही है। द गार्जियन की एक रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा सामने आया है। सूडान की महिलाओं को भोजन पाने के लिए सैनिकों के साथ यौन संबंध बनाने के लिए मजबूर किया जा रहा है। अपने परिवार को खिलाने के लिए देश की महिलाएं ऐसे करने के लिए मजबूर हैं।

सूडानी शहर ओमदुरमन से भागी दो दर्जन से अधिक महिलाओं ने बताया कि सैनिकों के साथ यौन संबंध बनाना ही एकमात्र तरीका उनके पास बचा था जिससे उन्हें भोजन या जरूरत का सामान मिल सकता था जिसे वे अपने परिवारों को खिला सकती थीं। महिलाओं ने बताया कि यह आखिरी रास्ता था उनके पास ताकि अपने बच्चों और परिवार को खिलाने के लिए पैसे जुटा सकती थीं। पहले भी कई बार सूडान में ऐसे फरमान आ चुके हैं। जिसमें देश के सैनिकों को वेतन के बदले महिलाओं से दुष्कर्म करने का आदेश दिया गया था।

‘भोजन पाने के लिए यह एकमात्र तरीका’
गार्जियन से बात करने वाली एक महिला ने बताया कि शहर भर की फैक्ट्रियों में हमले हुए, जहां खाद्य पदार्थ का भंडारण किया जाता है। मेरे माता-पिता दोनों ही बहुत बूढ़े और बीमार हैं और मैंने अपनी बेटी को कभी भी भोजन की तलाश में बाहर नहीं जाने दिया। मैं सैनिकों के पास गई और भोजन पाने का यही एकमात्र तरीका था- वे कारखानों के हर क्षेत्र में थे।

देश अकाल के कगार पर
सूडान में युद्ध के कारण हजारों लोग मारे गए हैं। कुछ अनुमानों के अनुसार मरने वालों की संख्या 150,000 तक है। देश में युद्ध के कारण दुनिया में सबसे खराब विस्थापन संकट पैदा कर दिया है। 11 मिलियन से अधिक लोग बेघर हो गए हैं और देश अकाल के कगार पर पहुंच गया है। खाने-पीने से लेकर देश की आर्थिक स्थिति संकट में है। इस संकट का फायदा देश के सैनिक उठा रहे हैं और मजबूर महिलाओं के साथ अपनी जिस्मानी भूख को मिटा रहे हैं।

बच्चों का पेट भरने के लिए महिलायें मजबूर
एक महिला ने बताया कि सैनिकों के साथ सेक्स करने के बाद उसे खाली घरों से खाना, रसोई में काम आने वाले सामान और परफ्यूम ले जाने की अनुमति दी गई थी। उसने कहा, ‘मैंने ऐसा सिर्फ इसलिए किया, क्योंकि मैं अपने बच्चों का पेट भरना चाहती थी।’

Related Articles

Back to top button