परिवहन व ट्रैफिक पुलिस संरक्षण में धड़ल्ले से चल रहे डग्गामार वाहन

  • परिवहन व पुलिस विभाग की मिलीभगत के चलते डग्गामार वाहनों पर नहीं हो पा रही रोकथाम

निष्पक्ष प्रतिदिन/लखनऊ

परिवहन व पुलिस विभाग की मिलीभगत के चलते डग्गामार वाहनों पर रोकथाम नहीं लग पा रही है।सीतापुर रोड पुरनिया से सिधौली सहित क्षेत्र के कई प्रमुख मार्गों पर बिना रजिस्ट्रेशन व नियम के विरुद्ध डग्गामार वाहनों का संचालन परिवहन व ट्रैफिक पुलिस संरक्षण में किया जा रहा है।ट्रैफिक पुलिस बाकायदा इन वाहनों से महीना वसूली रही है।जबकि इन वाहनों के द्वारा आए दिन हादसे होते नजर आ रहे हैं।

सीतापुर रोड पुरनिया से सिधौली तक इस रूट पर मैजिक संचालकों ने डग्गामार तरीके से संचालन शुरू कर दिया है। बेहिसाब सवारियों को भूसे की तरह मैजिक में बैठाकर मनमाना दाम वसूला जा रहा है।वही मैजिक स्टैंड पर लोगों का आरोप है कि चालकों द्वारा आने-जाने वाली महिलाओं पर फब्बतियां कसी जाती है। इसको लेकर कई बार तीखी झड़प भी हो चुकी है। वही अगर पुरनिया से सिधौली जाते समय मैजिक में उतरकर अपने किसी परिचित के साथ जाने पर चालक सवारियों से मारपीट करते हैं। कई वाहन ऐसे हैं जो कंडम हो चुके हैं। यात्रियों की जान जोखिम में डालकर जमकर उगाही यात्रियों के साथ की जा रही है।वहीं बीकेटी व इटौंजा क्षेत्र के दर्जनों गांव के लोगों को तहसील व जिला मुख्यालय पर पहुंचने को लेकर बड़ी मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है।

यातायात की समुचित व्यवस्था ना होने पर ग्रामीणों को डग्गामार वाहनों का सहारा लेना पड़ रहा है। यात्रियों को अपने वाहनों में भेड़ बकरियों की तरह लेकर चलते हैं।बताते हैं कि यह डग्गामार वाहन यात्रियों से दोगुना किराया वसूल कर उनके ठिकाने पर पहुंचाते हैं। इन डग्गामार वाहनों पर न ही परमिट है। न ही कोई बीमा है। अधिकतर चालकों पर ड्राइवर लाइसेंस भी नहीं है। उसके बाद भी ये डग्गामार वाहन बिना किसी रोकटोक के सड़कों पर फर्राटा भर रहें हैं। बस एजेंटों को नजराना पेश करके आसानी से सवारी भर लेते हैं। इनमें आठ लोगों को बैठाने की क्षमता है, लेकिन 15 से 20 सवारी ले जाते हैं। हादसों से बेपरवाह इन वाहनों को दौड़ाया जाता है। इस पर आज तक एआरटीओ या ट्रैफिक पुलिस प्रशासन कोई कार्रवाई करना उचित नहीं समझ रहा है।

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