बदायूं। सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के गांव सिरसा दबरई के बालक नितेश की हत्या की पहले पुलिस ने एक माह बाद सुलझा ली है। पुलिस ने इस मामले में गांव के ही रहने वाले दो सगे भाइयों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। दोनों आरोपित बालक के पिता के चचेरे भाई हैं। बालक के पिता से चली आ रही रंजिश के चलते उन दोनों ने हत्या की थी। इसके बाद से दोनों फरार थे। पुलिस को इस मामले में कड़ी से कड़ी मिलाने में एक माह का समय लगा। जब सारे साक्ष्य पुलिस को मिल गए, उसके बाद दोनों की गिरफ्तारी की गई।
23 को हुआ था लापता, 26 को मिला था शव
गांव सिरसा दबरई निवासी सोरन सिंह का 12 साल का बेटा नीतेश 23 जुलाई दोपहर से लापता था। वह खेत पर जाने की बात कहकर घर से निकला था। पुलिस ने 25 जुलाई को अपहरण की प्राथमिकी पंजीकृत की थी। इसी बीच 26 जुलाई को अपह्रत नीतेश का शव गांव के पास झाड़ियों में पड़ा मिला। बालक का सिर नहीं था। उसका एक हाथ और बाएं पैर की उंगलियां कटी थीं। पुलिस ने पूर्व में पंजीकृत प्राथमिकी को हत्या में तरमीम कर मामले की जांच शुरू की।
पुलिस ने इस मामले में कई लोगों से पूछताछ की। शुरुआत में स्वजन की ओर से किसी पर आरोप नहीं लगाया गया। लेकिन बाद में स्वजन ने पुरानी जमीन की रंजिश की जानकारी देते हुए दो रिश्तेदारों पर हत्या का आरोप लगाया। पुलिस ने शुरुआत में उनसे भी पूछताछ की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला।
पुलिस को मिले थे सबूत
इसके चलते उन्हें छोड़ दिया गया। लेकिन स्वजन उन्हीं दोनों पर हत्या का आरोप लगा रहे थे। इसके चलते पुलिस जांच करती रही। इसी बीच पुलिस को कुछ जानकारी हासिल हुई, जिसमें जिन दो भाई अमर सिंह और रमेश पर स्वजन आरोप लगा रहे थे, उनके खिलाफ पुलिस को साक्ष्य मिले।
पुलिस ने दोनों की तलाश की, लेकिन वह फरार हो चुके थे। यहीं से पुलिस का शक और पुख्ता हो गया। शनिवार दोपहर को पुलिस ने उन दोनों को सैजनी गांव के पास से गिरफ्तार कर लिया। सख्ती से पूछताछ की गई तो दोनों ने अपना जुर्म कुबूल कर लिया। उन्होंने बताया कि सोरन सिंह उनका चचेरा भाई है। उससे जमीन को लेकर विवाद था।
डराने के लिए की थी बच्चे की हत्या
कुछ साल पहले उन्होंने सोरन सिंह की झोपड़ी में आग लगा दी थी। जिसमें सोरन सिंह की भैंस मर गई थी। सोरन सिंह और उनके स्वजन ने अमर सिंह और रमेश पर आरोप लगाया था। सोरन आए दिन बेइज्जती करता था। वह दोनों चाहते थे कि सोरन सिंह गांव छोड़कर चला जाए, जिससे उन्हें उसकी जमीन मिल जाए। इसके चलते उसे डराने के लिए उन्होंने सोरन सिंह के बेटे नीतेश की नल के हत्थे से हत्या कर दी।
हत्या के बाद आलाकत्ल पास में ही जमीन में दबा दिया। पुलिस ने आलाकत्ल बरामद कर हत्यारोपितों को जेल भेज दिया। सीओ सिटी आलोक मिश्रा ने बताया कि जमीन के विवाद को लेकर बालक की हत्या हुई थी। दोनों हत्यारोपितों को गिरफ्तार करके जेल भेजा गया है। बच्चे का शव पुराना होने के चलते जानवर खा गए थे। उसके किसी अंग को आरोपितों ने नहीं काटा था।