अलीगढ़। नारायण साकार हरि के वकील डा. ए पी सिंह अलीगढ़ पहुंच गए हैं। उन्होंने यहां अस्पतालों में जाकर घायलों से मुलाकात की कोशिश की, मगर यहां सभी घर भेजे जा चुके हैं।
अब वे हाथरस जाएंगे। वे घायलों व मृतकों के परिजनों से भी मुलाकात करेंगे। सिकंदराराऊ जाकर मौका देखेंगे और श्रद्धालुओं से मुलाकात करेंगे। वे एटा व मैनपुरी भी जाएंगे।
पुलिस प्रशासन की भी लापरवाही
पुलिस ने मुख्य सेवादार और आयोजकों को ही आरोपित बनाया है। प्राथमिकी में भी घटना के लिए उन्हें ही जिम्मेदार ठहराया गया है। वरिष्ठ अधिवक्ता संतोष कुमार कहते हैं कि घटना के पीछे बाबा की बड़ी लापरवाही है।
उनके विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत होना चाहिए। इसी के साथ पुलिस प्रशासन की भी लापरवाही है। एसडीएम ने जब अनुमति दी तो उसके लिए व्यवस्था क्यों नहीं की गई? उन्हें तत्काल निलंबित किया जाना चाहिए।
लाशों का ढेर देख सिपाही की हार्टअटैक से मृत्यु
हादसे के बाद एक दिल दहला देने वाली घटना हुई। एटा के क्यूआरटी, अवागढ़ में तैनात सिपाही रजनेश ड्यूटी के बाद घर लौट रहे थे, तभी हादसे के कारण उनकी आकस्मिक ड्यूटी मेडिकल कालेज में लगा दी।
मूल रूप से अलीगढ़ के 30 वर्षीय रजनेश ड्यूटी पर पहुंचे, और लाशों को उठाना शुरू कर दिया। इतनी लाश एक साथ देखकर उन्हें दिल का दौरा पड़ गया और मौके पर ही मृत्यु हो गई।