भारतीय संस्कृति में गाय की पूजा की जाती है, साथ ही लोग उसे गऊ माता कहकर बुलाते हैं. ऐसे में गायों के लिए अपमानजनक शब्दों से बुलाने पर राजस्थान सरकार की तरफ से रोक लगाया गया है. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की सरकार में यह फैसला लिया गया है कि गायों के लिए ‘स्ट्रीट काउज’ शब्द का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा. इस शब्द को सरकार की तरफ से अपमानजनक बताया गया है. साथ ही राज्य में गायों को अब स्ट्रीट काउज से न बुलाए जाने के निर्देश दिए गए हैं.
सरकार की तरफ से स्ट्रीट काउज की बजाय गायों को अब ‘बेसहारा गाय’ के नाम से बुलाने को कहा गया है. दरअसल, कुछ ऐसी गायें, जो सड़कों पर घूमती रही हैं और उनकी देख-रेख के लिए कोई विशेषतौर पर मौजूद नहीं है. ऐसे में उन्हे लोग स्ट्रीट काउज से बुलाते हैं. सरकार की तरफ से ऐसी ही गायों के लिए बेसहारा गाय जैसे शब्द के जरिए बुलाने को कहा गया है.
डीएम को दिए गए निर्देश
राजस्थान सरकार में गोपाल की तरफ से सभी को इस नए बदलाव के लिए अलग-अलग जिलों के डीएम को निर्देश दिए गए हैं. निर्देश में कहा गया है कि गाय हमारी संस्कृति का एक अहम हिस्सा हैं. ऐसे में सड़कों पर खाना खोजते हुए घूमती गायों के लिए अपमानजनक शब्द का इस्तेमाल करना उचित नहीं है.
सरकार की तरफ से दिए गए निर्देश में कहा गया है कि सड़कों पर या किसी भी सार्वजनिक स्थल पर दिखाई देने वाली गायों के लिए बेसहारा गाय कहकर बुलाया जाए. उनके लिए स्ट्रीट गाय जैसे शब्द से पुकारा जाना अपमानजनक है. सरकार की तरफ से साफ किया गया कि शब्दावली किसी के प्रति करुणा और सम्मान को जाहिर करने के लिए महत्वपूर्ण साधन है. ऐसे में हमारी संस्कृति का अहम हिस्सा गायों का सम्मान करना हमारी नैतिक जिम्मेदारी है.