नई दिल्ली। कमर में दर्द होना बहुत ही आम समस्या है। अक्सर महिलाओं में कमर दर्द ज्यादा देखने केो मिलता है। दिनभर घर का काम करने वाली महिलाओं में यह समस्या आम है। लेकिन कई बार बैठने के गलत ढंग के कारण भी कमर दर्द की समस्या होने लगती है, जो महिलाओं और पुरुषों दोनों में देखने मिलती है। आम समस्या होने की वजह से अक्सर लोग इसे नजरअंदाज कर देते हैं। हालांकि, अगर आपका कमर दर्द एक महीने से ज्यादा समय तक बना हुआ है और काफी दुख रहा है, तो सावधान होने की जरूरत है।
अगर कमर दर्द के साथ वेट लॉस, फीवर, पेशाब नहीं रुकना, पाचन खराब रहने जैसा समस्याएं होने लगे, तो ये कैंसर (Cancer) के संकेत हो सकते हैं। कई बार कैंसर के होने का हमें काफी समय बाद पता चलता है, जिस कारण शरीर में कैंसर सेल्स पूरी तरह फैल जाते हैं। इसलिए जरूरी है कि कैंसर से जुड़े लक्षणों के बारे पता रहे। कमर दर्द इन कैंसर का मुख्य कारण हो सकता है-
फेफड़ों का कैंसर
फेफड़ों के कैंसर से दुनिया भर लाखों जाने जाती हैं, जिस व्यक्ति को फेफड़ों का कैंसर होता है, उन लोगों में कमर दर्द की समस्या देखने मिलती है। फेफड़ों के कैंसर में ट्यूमर जब रीड़ की हड्डी को दबाने लगता है, तो कमर दर्द शुरु हो जाता है।
ब्रेस्ट कैंसर
ब्रेस्ट या स्तन कैंसर महिलाओं में होने वाले कैंसर का सबसे आम और प्रमुख प्रकार है। ब्रैस्ट कैंसर धीरे-धीरे हड्डियों में पहुंच जाता, है जिससे कमर दर्द मुख्य रूप से पीठ के ऊपरी हिस्से और कंधों में दर्द का कारण बनता है।
प्रोस्टेट कैंसर
प्रोस्टेट कैंसर रीढ़ और आसपास के एरिया में ट्यूमर के दबाव के कारण पीठ दर्द का कारण बनता है। यह पुरुषों में 50 साल के बाद होने बहुत आम है। इसके अलावा यूरिन पास करने में दिक्कत और ब्लड का आना भी इसका कारण है।
पैनक्रिएटिक कैंसर
पैनक्रिएटिक कैंसर में भी ट्यूमर के रीढ़ की हड्डी को दबाने के कारण दर्द शुरु हो जाता है। इसे नजरअंदाज बिल्कुल न करें।