अवैध निर्माण रुकवाने में नगर पंचायत प्रशासन नाकाम ! जिम्मेदार मौन
पीलीभीत l बिलसंडा नगर के हाईवे पर ब्लॉक कार्यालय के सामने नगर पंचायत की गाटा संख्या 234 सरकारी जमीन पर जिम्मेदारों की मिली भगत के चलते रातों-रात अवैध तरीके से दुकानों का निर्माण धड़ल्ले से कराया जा रहा है
नगर पंचायत प्रशासन एक्शन लेने की बजाय कुंभकरण की नींद सो रहा है
नगर के के मोहल्ला पक्का तालाब निवासी संतोष वर्मा ने कुछ महापूर्व मुख्यमंत्री पोर्टल पर दर्ज कराई शिकायत में बताया बिलसंडा नगर पंचायत कार्यालय से चंद कदमों की दूरी पर ब्लॉक कार्यालय के सामने नगर पंचायत की गाटा संख्या 234 करोड़ों रुपए की वेश कीमती जमीन पर नगर के आधा दर्जन लोगों ने अवैध रूप से कब्जा कर दुकानों का निर्माण करा कर किरायेदारों से अवैध वसूली करने में जुटे हैं और शासन प्रशासन को अवैध कब्जेदार ठेंगा दिखाते साफ नजर आ रहे हैं शिकायत को संज्ञान में लेते हुए तत्कालीन एसडीएम सचिन राजपूत नायब तहसीलदार अवधेश कुमार लेखपाल नीरज राठौर ने मौके पर पहुंचकर मौके पर पहुंचकर अवैध कबजेदारों को 3 दिन में अवैध कब्ज़ा हटाए जाने का अल्टीमेटम दिया और किराएदारों के बयान भी दर्ज किए कार्यवाही अमल में आती इससे पहले एसडीएम सचिन राजपूत का स्थानांतरण हो गया इसके बाद नगर पंचायत प्रशासन और राजस्व प्रशासन के हल्का लेखपाल ने अवैध कबजेदारों से मिली भगत के चलते मौके पर पहुंचकर खाना पूरी करते हुए नगर निवासी डॉक्टर आनंद प्रकाश गुप्ता का अस्थाई कब्जा दर्शाते हुए हटवा दिया आरोप है कि नगर पंचायत प्रशासन ने नगर पंचायत की सरकारी जमीन को अवैध कबजेदारों से कब्जा मुक्त करने की बजाय आरोपियों के खिलाफ पीपी एक्ट के तहत बाद एसडीएम कोर्ट में दायर कर मामले से इतिश्री कर ली नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी ऋषिकांत राजवंशी के द्वारा एसडीएम कोर्ट में बाद दायर होने के 3 माह बाद मुकदमे में वांछित आरोपी ने सिस्टम की मिली भगत के चलते रातों-रात दुकानों का अवैधानिक तरीके से निर्माण कार्य शासन प्रशासन से बैखौफ होकर तेजी से प्रारंभ कर दिया शिकायतकर्ता संतोष वर्मा ने पुनः मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत दर्ज करा कर हल्का लेखपाल पर मिली भगत का आरोप लगाते हुए नगर पंचायत की सरकारी जमीन गाटा संख्या 234 की निष्पक्ष जांच कराकर अवैध कब्जेदार लोगो के खिलाफ कार्रवाई की मांग की l