सूरतगंज बाराबंकी। एक ओर जहां उत्तर प्रदेश की योगी सरकार छात्रों की शिक्षा को लेकर गंभीर है और प्रदेश के प्रत्येक बच्चे को शिक्षित बनाए जाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम भी उठाए हैं। छात्रों के मध्यान भोजन, यूनिफॉर्म,पुस्तके आदि की व्यवस्था बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से निर्बाध रूप से निःशुल्क दी जा रही हैं। विद्यालयों में कहीं कहीं जिसके सकारात्मक परिणाम भी देखने को मिल रहे हैं। तो वहीं दूसरी ओर अधिकतर शिक्षक छात्र छात्राओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करते नजर आ रहे हैं। इसी तरह का एक मामला प्रदेश की राजधानी लखनऊ के सबसे करीबी जनपद बाराबंकी के सूरतगंज ब्लॉक क्षेत्र के दशवंतपुर प्राथमिक विद्यालय से प्रकाश में आया है। जो इन दिनों चर्चा विषय बना हुआ है। बताते चलें कि ग्रामीणों की शिकायत पर दशवंतपुर प्राथमिक विद्यालय में शिक्षा की हकीकत जानने 5 अक्टूबर 2024 दिन शनिवार की दोपहर क्षेत्र पंचायत शिक्षा समिति सूरतगंज के अध्यक्ष आक्रोश सिंह राठौर पहुंचे तो वहां की हकीकत देख उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। श्री सिंह ने मीडिया से मुखातिब होते हुए बताया कि मौके पर पहुंचने पर विद्यालय में प्रधानाध्यापक अभिषेक कुमार सिंह ही मिले और उन्होंने बताया कि सहायक अध्यापक गौरव कुमार सिंह पिछले कई महीनो से विद्यालय नहीं आते हैं और जब आते हैं तो उपस्थिति पंजिका पर एक साथ दस्तखत करके चले जाते हैं।
विद्यालय में प्रधानाध्यापक के साथ-साथ सहायक अध्यापक गौरव कुमार सिंह,सहायक अध्यापक ललित कुमार और शिक्षामित्र श्याम कुमार तैनात हैं परंतु मौके पर प्रधानाध्यापक के अलावा सभी नदारत थे। जिसके उपरांत उन्होंने छात्र-छात्राओं के उपस्थिति पंजिका की पड़ताल की तो जहां नामांकित छात्रों की संख्या करीब दो सैकड़ा थी वहीं छात्रों की उपस्थित महज 28 मिली। आगे उन्होंने बताया कि उपस्थित छात्र छात्राओं ने बताया कि पूर्व दिवसों में भी 28 से 30 विद्यार्थी ही विद्यालय आते हैं। जबकि लगातार अलग अलग दिवसों में 139,195,159,145 और 149 छात्रों का भोजन खारिज किया गया हैं। समिति अध्यक्ष श्री सिंह ने उक्त मामले की शिकायत सीएम, डीएम और बेसिक शिक्षा अधिकारी बाराबंकी के साथ साथ विभागीय उच्चाधिकारियों से भी है। उक्त मामले पर जब हमारे संवाददाता ने दूरभाष पर बीएसए बाराबंकी से बात की तो उन्होंने बताया मामले की शिकायत मिली है जांच टीम गठित की गई हैं जांच पूर्ण होने पर अग्रिम कार्यवाही की जायेगी।