थायराइड से हैं परेशान…

थायराइड की बीमारी के कारण अक्सर मेटाबोलिज्म कमजोर हो जाता है, वहीं थयरॉइड के पेशेंट्स को अक्सर तेजी से वजन बढ़ने कि परेशानी का भी सामना करना पड़ता है, ऐसे में जानिए कि थायराइड के पेशेंट्स यदि वेट कम करने कि सोंच रहे हैं, तो कौन-कौन से टिप्स को फॉलो कर सकते हैं।

थायराइड एक कॉमन बीमारी है, जो पुरषों से ज्यादा आमतौर पर महिलाओं को ज्यादातर होती है। थायराइड से ग्रसित पेशेंट्स को वेट लॉस में बहुत सारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, यदि आप थायराइड के पेशेंट हैं और वजन को कम करने कि सोंच रहे हैं तो ये आसान से टिप्स को आप फॉलो कर सकते हैं। इससे न केवल आपका वजन कम होगा बल्कि स्वास्थ्य से जुड़ी कई प्रोब्लेम्स भी दूर हो जाएंगी। जानिए इन टिप्स के बारे में।

थायराइड के मरीज यदि वजन को कम करने कि सोंच रहे हैं तो उन्हें डाइट में ऐसी चीजों को शामिल करना चाहिए जिनमें फाइबर की मात्रा भरपूर हो वहीं कैलोरी की मात्रा न के बराबर हो। फाइबर रिच फ़ूड के सेवन से शरीर में टॉक्सिन्स खत्म हो जाता है और वहीं ये कैलोरी की मात्रा को भी कम करता है। ऐसे में आप डाइट में हरी सब्जियां जैसे कि ब्रोकली, बीन्स, पालक जैसी सब्जियों को डाइट में शामिल कर सकते हैं।

डाइट रूटीन को फॉलो करें
यदि आप अपने मेटबॉयोलिज्म में इम्प्रूवमेंट लेकर आना चाहते हैं और वहीं वेट को भी तेजी से कम करना चाहते हैं तो थायराइड की मरीजों को डाइट की स्पेशल केयर करने कि जरूरत होती है, आप डाइट में हरी सब्जियां, फ्रूट्स इनको शामिल कर सकते हैं, वहीं जिन चीजों में फैट की मात्रा अधिक उन्हें कम मात्रा में ही खाएं।
शुगर और कार्ब युक्त चीजों का सेवन कम मात्रा में ही करें
शुगर और कार्ब इन दोनों चीजों के सेवन से व्यक्ति का वेट तेजी से बढ़ सकता है, ऐसे में वेट को कंट्रोल करना चाहते हैं तो शुगर युक्त चीजों के सेवन को कम मात्रा में ही खाना चाहिए, ऐसे फूड्स का ही सेवन करें जो इन्सुलिन के लेवल को बढ़ाते नहीं है, जैसे कि कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फ़ूड।

आयोडीन का सेवन भरपूर मात्रा में करें
थयरॉइड की बीमारी को यदि नियंत्रित करना चाहते है तो आयोडीन युक्त चीजों का सेवन बहुत ही ज्यादा लाभदायक साबित हो सकता है, थयरॉइड के पेशेंट्स को डाइट में आयोडीन नमक चीजों का सेवन प्रचुर मात्रा में करना चाहिए।

डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।

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