कहते हैं हुनर उम्र का मोहताज नहीं होता. अगर आप में टेलेंट है तो आपका नाम सुर्खियां बन जाता है. देव प्रताप ये वो नाम है जिसकी चर्चा हर किसी की जुबां पर है. महज 14 साल की उम्र में देव ने वो करिश्मा किया जिसे देखकर हर कोई हैरान है. देव ने राजधानी दिल्ली की डॉ. कर्णी सिंह शूटिंग रेंज में हुई 67वीं राष्ट्रीय शूटिंग चैंपियनशिप में 10 मीटर पिस्टल स्पर्धा के जूनियर, यूथ और सब-यूथ वर्गों में भाग लिया. इस दौरान उन्होंने बड़े-बड़े धुरंधरों को पीछे छोड़ते हुए कुल तीन रजत पदक जीते हैं.
उत्तर प्रदेश के रहने वाले देव प्रताप के निशाने को देखकर वहां मौजूद लोग दंग रह गए. उनके कोच दीपक तोमर ने बताया कि देव ने 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट के क्वालिफिकेशन राउंड में विश्व स्तरीय स्कोर किया. कोच के मुताबिक जब देव ने 582/600 का बेहतरीन स्कोर किया तो शूटिंग रेंज में मौजूद अधिकारियों समेत तमाम लोग खड़े होकर तालियां बजाने लगे. दीपक तोमर ने देव पर गर्व करते हुए कहा कि अगर वो इसी तरह मेहनत करता रहा तो आगे चलकर बड़ा मुकाम हासिल करेगा.
वरुण तोमर ने जीता स्वर्ण पदक
वहीं मौजूदा एशियाई चैंपियन और कई बार ISSF पदक जीतने वाले वरुण तोमर ने पुरुषों की सीनियर और जूनियर 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धाओं में स्वर्ण पदक जीतकर जीतकर बेहतरीन प्रदर्शन किया किया. 21 साल के वरुण तोमर पिछले साल पेरिस ओलंपिक की टीम में जगह बनाने से चूक गए थे. लेकिन इस मुकाबले के सीनियर फाइनल में उन्होंने अपने साथी प्रद्युम्न सिंह को शिकस्त देकर पहला राष्ट्रीय खिताब जीता, प्रद्युम्न 0.8 अंकों से पीछे रहे और उन्हें रजत पदक से संतोष करना पड़ा, जबकि राजस्थान के आकाश भारद्वाज ने कांस्य पदक जीता.
प्रद्युम्न ने जूनियर पुरुष एयर पिस्टल में जीता कांस्य
इसके बाद जूनियर फाइनल में वरुण की शुरुआत धीमी रही, लेकिन उन्होंने जल्दी ही बढ़त बना ली और उत्तर प्रदेश के रजत पदक विजेता निखिल सरोहा के साथ मुकाबला करते रहे, लेकिन 21वें शॉट के बाद आखिरकार निखिल के धैर्य ने जवाब दिया. वरुण का सीनियर फाइनल में स्कोर 238 था, जबकि जूनियर फाइनल में वो स्पष्ट रूप से अधिक आश्वस्त थे, जिसमें उन्होंने ज्यादा सटीकता के साथ 246.2 का अंतिम स्कोर किया. प्रद्युम्न ने जूनियर पुरुष एयर पिस्टल में कांस्य पदक के साथ दूसरे पदक के साथ एक सफल दिन का समापन किया.
यूथ वर्ग के फाइनल में उत्तर प्रदेश आगे
यूथ वर्ग के फाइनल में उत्तर प्रदेश 1-2 से आगे रहा, चिराग शर्मा ने 24 शॉट के बाद 1.3 के अंतर से सबकी नज़रों में छाए 14 साल के देव प्रताप को हराया. चिराग ने फाइनल में 241.8 का स्कोर किया, जबकि देव प्रताप ने भी 240.5 अंक हासिल करते हुए रजत पदक जीता. वहीं राजस्थान के मयंक चौधरी ने कांस्य पदक हासिल किया.
दिल्ली का भी शानदार प्रदर्शन
इस नेशनल शूटिंग की पिस्टल प्रतियोगिता में राजधानी दिल्ली के निशानेबाजों ने भी अपनी खास मौजूदगी दर्ज की. दिल्ली के निशानेबाजों ने 6 गोल्ड मेडल समेत कुल 21 पदक जीते. पुरुषों की 10 मीटर पिस्टल यूथ इवेंट में हार्दिक बंसल, दरवेश सिंह और जसवीर सिंह साहनी की टीम ने 1721 अंकों के स्कोर के साथ रजत पदक जीता. इस इवेंट का स्वर्ण हरियाणा की टीम ने और कांस्य पदक उत्तर प्रदेश की टीम ने जीता. जूनियर वर्ग के सिविलियन मुकाबले में दिल्ली के हार्दिक बंसल, दरवेश सिंह और निखिल की टीम ने कांस्य पदक जीता, जबकि इस इवेंट का स्वर्ण और रजत पदक उत्तर प्रदेश की टीमोंनेहासिलकिया.