-उत्तर प्रदेश सरकार खिलाड़ियों के लिए कर रही नौकरी की बौछार, अब तक 500 से अधिक खिलाड़ियों को डिप्टी एसपी, आरटीओ, नायब तहसीलदार सहित महत्वपूर्ण नौकरियां दी गई
-मां बाप की साधना का फल होता है पुत्र की उन्नति, ऐसे में खिलाड़ियों के परिजनों के सम्मान हेतु सरकार रख रही पूरा ख्याल
-ओलम्पिक हॉकी के दोनों खिलाड़ियों को एक-एक करोड़ रूपया
ओलंपिक में प्रतिभाग करने वाले प्रदेश के सभी खिलाड़ियों को 10-10 लख रुपये नगद पुरस्कार की घोषणा
-मेघबाराम सिंह स्टेडियम नवनिर्माण हेतु 5 करोड रुपए की घोषणा
गाजीपुर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार काे गाजीपुर के मेघबरन सिंह स्टेडियम पहुंचे। जहां उन्होंने ओलंपिक हॉकी में पदक दिलाने वाले गाजीपुर के राजकुमार पाल और बनारस के ललित उपाध्याय के सम्मान समारोह में भाग लिया। मुख्यमंत्री योगी ने मंच पर ओलंपिक खिलाड़ी ललित कुमार उपाध्याय और राजकुमार पाल से मुलाकात किया। इसके साथ ही उन्होंने राजकुमार पाल को उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से डिप्टी एसपी पद पर मनोनीत किया। जबकि ललित उपाध्याय पूर्व से ही उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा इस पद पर मनोनीत हो चुके हैं।
गाजीपुर के मेघबर्न सिंह स्टेडियम में आयोजित सम्मान समारोह के दौरान योगी आदित्यनाथ ने ओलंपिक खिलाड़ी राजकुमार पाल व ललित उपाध्याय को सम्मानित किया। ललित उपाध्याय के माता-पिता को भी सीएम ने सम्मानित किया। साथ ही राजकुमार की मां, दोनों भाईयों को स्मृति चिन्ह, प्रशस्ति पत्र प्रदान किया। उन्होंने मेघबरन स्टेडियम के अन्य खिलाड़ियों और कोच को भी मुख्यमंत्री ने सम्मानित किया।
अपने संबोधन के दौरान उन्होंने कहा कि एक खिलाड़ी अपने खेल के लिए जान लगा देता है, तब देश का मस्तक गौरव से ऊंचा बढ़ता है। ऐसे में खिलाड़ियों के सम्मान के लिए देश को भी बहुत कुछ करने की आवश्यकता है। आज उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा खेल व खिलाड़ियों के लिए तमाम नीतिगत कार्य किया जा रहे हैं। हमने खिलाड़ियों के लिए नौकरी की बौछार लगा दी है। हाल के कुछ वर्षों में तमाम महत्वपूर्ण प्रतियोगिताओं में पदक जीतने वाले 500 से अधिक खिलाड़ियों को सीधे डिप्टी एसपी सहित महत्वपूर्ण पदों पर नौकरी दी है। जिससे उनका परिवार सम्मान के साथ अपना जीवन यापन कर सके।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गाजीपुर के सैदपुर स्थिति में मेघबरन सिंह स्टेडियम परिवार राष्ट्र निर्माण का कार्य कर रहा है। इस स्टेडियम के नवनिर्माण हेतु 5 करोड़ की सहायता दी जा रही है। हमने खेल नीति के तहत यह योजना उपलब्ध कराई कि अब सरकारी स्टेडियम के साथ ही व्यक्तिगत प्राइवेट खेल संस्थाओं को भी बढ़ावा दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि मां-बाप की साधना से होती है पुत्र की उन्नति। एक तरफ जहां ललित उपाध्याय के माता-पिता लगातार अपने पुत्र के लिए लग रहे। वहीं राजकुमार पाल के बचपन में ही पिता का साया सर से उठ गया, उसके बावजूद राजकुमार पाल की माता ने आज तक मेहनत कर अपने पुत्र को पढ़ाया और यहां तक पहुंचाया। ऐसे में स्टेडियम के संस्थापक संरक्षक तेज बहादुर सिंह की साधना रंग लाई। जब इनके स्टेडियम से निकले दोनों खिलाड़ियों ने भारत का गौरव बढ़ाने का काम किया। निश्चित रूप से आने वाले समय में यहां के खिलाड़ी हॉकी के गौरव को पुनर्स्थापित करने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं और आगे भी देते रहेंगे।
मुख्यमंत्री याेगी ने कहा कि खेल व खिलाड़ी के लिए समर्पित सरकार की तरफ से इन दोनों खिलाड़ियों को एक-एक करोड़ रुपये व उत्तर प्रदेश की तरफ से ओलंपिक में प्रतिभा के सभी खिलाड़ियों को 10-10 लाख रुपये उपलब्ध कराए जाएंगे। उन्होंने कहाकि प्रधानमंत्री माेदी लगातार कहते रहे हैं कि खेलेगा इंडिया तो बढ़ेगा इंडिया। ऐसे स्टेडियम और ऐसे खिलाड़ियों की साधना की ही देन है कि आज पुनः उत्तर प्रदेश और भारत में मेजर ध्यानचंद बाबू केडी सिंह जैसे खिलाड़ी आगे आएंगे।
खेल राज्यमंत्री गिरिश चंद्र यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में खेल को बढ़ावा देने के लिए 2023 में खेल नीति बनी। खिलाड़ियों की जरूरत को ध्यान में रखा गया। कहा कि आज खेलोगे कुदोगे होंगे खराब की परिभाषा बदल गई है।
गौरतलब हो कि राजकुमार पाल और ललित उपाध्याय पेरिस ओलम्पिक में कांस्य पदक जीतने वाली हॉकी टीम के खिलाड़ी है। दोनों ने गाजीपुर के मेघबरन सिंह हॉकी स्टेडियम से ही अपने खेल जीवन की शुरुआत की थी। गत दिनों स्टेडियम के दोनों खिलाड़ियों को सम्मानित करने के लिए सम्मान समारोह के आयोजन के लिए पूर्व सांसद राधे मोहन सिंह ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की थी। इसके बाद मुख्यमंत्री ने उन्हें करमपुर आने का वादा किया था। इसी के क्रम में आज करमपुर हॉकी स्टेडियम में दोनों खिलाड़ियों का सम्मान समारोह आयोजित किया गया।
इस अवसर पर राज्यमंत्री गिरीश चंद्र यादव, पूर्व सांसद राधे मोहन सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री महेंद्र नाथ पांडे, राज्यसभा सांसद संगीता बलवंत, एमएलसी विशाल सिंह चंचल, रविन्द्र जायसवाल, ओलंपिक खिलाड़ी ललित कुमार उपाध्याय और राजकुमार पाल व अन्य मौजूद रहे।