उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में लॉकअप में अपराधियों का टशन दिखाते हुए वीडियो सोशल मीडिया वायरल हो रहा है. हैरत की बात यह है कि अपराधियों ने कस्टडी में फिल्मी स्टाइल में अपना वीडियो बनवाया फिर उसके साथियों ने इसे इंस्टाग्राम पर अपलोड कर दिया. इस वीडियो के बैकग्राउंड में भोजपुरी सॉन्ग चल रहा है. वीडियो वायरल हुआ तो पुलिस हरकत में आई. सीओ सिटी ने मामले में जांच के आदेश दिए हैं.
बता दें कि दो अपराधी पेशी पर आये थे. उन्हें कोर्ट परिसर स्थित लॉकअप में बंद किया गया था. जहां उन्होंने हंसते हुए और टशन दिखाते हुए अपना वीडियो बनवाया और फिर उनके साथी ने भौकाल जमाने के लिए इसे सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया. वीडियो के बैकग्राउंड में भोजपुरी सॉन्ग लगाया गया था.
वीडियो देखने के बाद लोगों ने कहा कि ये अपराधी भले ही जेल में है लेकिन इन्हें कानून का कोई भी खौफ नहीं है. वहीं, इस मामले में सीओ सिटी श्रेयस त्रिपाठी ने वायरल वीडियो की जांच कर आवश्यक कार्रवाई करने की बात कही है
दोनों अपराधियों का रिकॉर्ड
जानकारी के मुताबिक, एक अपराधी का नाम रफ्तार यादव है. वो थाना रुद्रपुर कोतवाली क्षेत्र का रहने वाला है. रफ्तार शातिर वाहन चोर है. पिछले दिनों पुलिस ने उसे चोरी की 9 बाइक्स के साथ गिरफ्तार किया था. उसपर गैंगेस्टर की कार्रवाई भी की गई है
जबकि, दूसरे अपराधी का नाम पीयूष यादव है. वह बरहज के अमाव गांव का रहने वाला है. उसके ऊपर अपने ही गांव के अनूप मिश्रा नाम के युवक की हत्या का केस चल रहा है. इसी मामले में इसका भाई रतन यादव भी नामजद था, जो अब जमानत पर रिहा चल रहा है.
अभियुक्त पीयूष यादव हत्या के मामले में बर्ष 2020 से ही जेल में बंद है. बताया जा रहा है कि जब रफ्तार और पीयूष को जिला कारागार से पेशी के लिए सिविल कोर्ट लाया गया था तो यहां कोर्ट परिसर स्थित लॉकप में बंद किया गया था. जहां से उन्हें जज के सामने पेश किया जाना था. लेकिन उसके पहले ही पीयूष व रफ्तार के किसी जानने वाले ने उनका वीडियो बनाकर वायरल कर दिया. इस वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि दोनों अपराधी खुद खड़े होकर वीडियो बनवा रहे हैं और हंस रहे हैं.
दावा किया गया कि पीयूष यादव के भाई रतन यादव द्वारा ही वीडियो बनाकर इंस्टाग्राम पर अपलोड किया गया था, जो अब वायरल हो रहा है. आरोप है कि यह वीडियो गवाहों में दहशत फैलाने के मकसद से वायरल किया गया है