दिल्ली में इंडिया गेट का नाम बदलने की मांग हुई तेज

बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर इंडिया गेट का नाम बदलकर भारत माता द्वार करने का निवेदन किया है. पीएम को लिखे पत्र में सिद्दीकी ने कहा कि आपके नेतृत्व में देश के 140 करोड़ भाई-बहनों के दिल में राष्ट्र प्रेम और भारतीय संस्कृति के प्रति प्यार में समर्पण की भावना बढ़ी है. जिस प्रकार से आपके कार्यकाल में मुगल आक्रांत और लुटेरे अंग्रेजों द्वारा दिए गए घाव को भरा गया है और गुलामी के दाग को धोया है, इससे पूरे देश में खुशी है.

सिद्दीकी ने आगे कहा कि आपने मुगल औरंगजेब के नाम पर बनी रोड का नाम बदलकर एपीजे कलाम रोड किया, इंडिया गेट पर लगे किंग जॉर्ज पंचम की मूर्ति हटाकर नेता जी सुभाष चंद्र बोस की मूर्ति लगाई और राजपथ का नाम कर्तव्य पथ करके भारत की संस्कृति से जोड़ा है. उसी प्रकार से इंडिया गेट का नाम बदलकर भारत द्वार करने की कृपा करें.

शहीद देशभक्तों को सच्ची श्रद्धांजलि होगी, बोले सिद्दीकी
बीजेपी नेता ने आगे कहा कि इंडिया गेट का नाम बदलकर भारत माता द्वार करना उस स्तंभ पर दर्ज हजारों शहीद देशभक्तों के नाम को सच्ची श्रद्धांजलि होगी. आपसे विनम्र अनुरोध है कि मेरे प्रस्ताव पर विचार किया जाए और इंडिया गेट का नाम बदलकर भारत माता द्वार किया जाए.

साल 2015 में दिल्ली के लुटियंस दिल्ली इलाके में स्थित औरंगजेब लेन का नाम बदलकर डॉ एपीजे अब्दुल कलाम लेन कर दिया गया. औरंगजेब लेन अब्दुल कलाम रोड को पृथ्वीराज रोड से जोड़ती है. औरंगजेब लेन का नाम बदलने की मांग इससे पहले से ही हो रही थी. इसके बाद अंत में 2015 में एनडीएमसी ने इसे मंजूरी दे दी और नाम बदल दिया.

कई साल से हो रही नाम बदलने की मांग
दिल्ली में पिछले कई साल से कई और सड़कों का नाम बदलने की मांग हो रही है. इसके लिए कई गैर सरकारी संगठन और राजनीतिक दल के नेता सरकार को पत्र भी लिख चुके हैं. जिन सड़कों की सबसे ज्यादा चर्चा होती है उसमें मुगल शासकों और ब्रिटिश पदाधिकारियों के नाम पर बनी सड़कें शामिल हैं. इसमें डलहौजी रोड, मिंटो रोड, हेली रोड, हुमायूं रोड, बाबर रोड, शाहजहां जैसी कई सड़कें हैं.

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