नई दिल्ली। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दिल्ली सरकार का राजकीय समारोह छत्रसाल स्टेडियम में मनाया गया। खास बात यह रही कि इस बार मुख्यमंत्री की जगह पहली बार दिल्ली सरकार में मंत्री कैलाश गहलोत ने ध्वजारोहण किया और परेड की सलामी ली।
इसके बाद अपने भाषण में कैलाश गहलोत ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को आधुनिक स्वतंत्रता सेनानी बताया। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली की जनता के लिए काम किए और जेल जाना स्वीकार किया, लेकिन लोकतंत्र का हनन करने वालों के सामने झुकना स्वीकार नहीं किया, क्या हमें इसलिए आजादी मिली थी कि एक चुने हुए व्यक्ति को जेल में डाल दिया जाए।
मंत्री गहलोत ने छत्रसाल स्टेडियम में मौजूद सभी लोगों व स्कूली बच्चों को आजादी के जश्न पर सभी को शुभकामनाएं देते हुए अपने भाषण की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि कितनी कुर्बानियां देकर हमने आजादी पाई है। उन सबको मैं दिल से नमन करता हूं, लेकिन मुझे दुःख है कि हमारे मुख्यमंत्री जेल की सलाखों के पीछे हैं और आज उनका काम मुझे करना पड़ रहा है। यहां खड़े होकर बड़े गर्व के साथ कह सकता हूं कि अरविंद केजरीवाल आधुनिककाल के स्वतंत्रता सेनानी हैं। लोकतंत्र में विश्वास रखने वाले हर एक के लिए यह चिंता व चिंतन करने का समय है।
उन्होंने कहा कि हमें आजादी इसलिए मिली थी कि हम देश को अशिक्षा, गरीबी, बेरोजगारी और बीमारी से देश को मुक्ति दिला सकें। मुख्यमंत्री केजरीवाल ने देश की जनता को इसी से मुक्ति दिलाने की पहले मुफ्त बिजली, पानी, शानदार शिक्षा और बीमारी से मुक्ति दिलाने के सकारात्मक पहल की। वह जब से मुख्यमंत्री बने, उनका हर दिन नई चुनौतियों से सामना होता रहा है। हालांकि इसके बावजूद उन्होंने दिल्ली का कोई काम नहीं रुकने दिया है।
उन्होंने यह भी कहा कि संविधान की बदौलत आधुनिक शिक्षा क्रांति के जनक मनीष सिसोदिया आजाद हुए हैं। मुझे पूरा भरोसा है कि मुख्यमंत्री जल्द बाहर आएंगे और अगले अनगिनत वर्षों तक वे स्वतंत्रता दिवस पर झंडा फहराएंगे। बीते 9 वर्षों में जिस तरह दिल्ली में केजरीवाल सरकार ने दिल्ली की जनता को मुफ्त बिजली, मुफ्त पानी, बेहतर शिक्षा एवं स्वास्थ्य सेवाएं देने की कोशिश की, यह काम देशभर में संभव हो सकता है। अगर सरकार पूंजीपतियों की तरफ ध्यान देने की बजाय देश की जनता के लिए सोचे और साफ नियत रखे, तो यह सब संभव है। आम आदमी पार्टी यह कर सकती है।