दिसंबर 2024 से शुरू हो जाएगा बख्तियारपुर मोकामा फोर लेन पर आवागमन

पटना. बिहार में इंफ्रास्ट्रक्चर की कई परियोजनाएं जारी हैं इनमें दीदारगंज और ताजपुर सिक्स लेन पुल के साथ ही बख्तियारपुर मोकामा 4 लेन रोड की एक महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट है इसके इस साल के अंत तक शुरू हो जाने की उम्मीद है पटना डीएम चंद्रशेखर सिंह इसका औचक निरीक्षण करते हुए बताया कि करनौती के पास रेलवे ओवरब्रब्रिज का काम ही बचा है और इसके सभी कार्य दिसंबर तक पूरे हो जाएंगे डीएम ने बख्तियारपुर ताजपुर पुल के निर्माण कार्य का भी निरीक्षण किया

बता दें कि बख्तियारपुर-मोकामा फोर लेन रोड 44.6 किलोमीटर लंबी है इस फोर-लेन सड़क का निर्माण कार्य 2017 में शुरू हुआ था और इसे दिसंबर 2019 में पूरा होना था लेकिन, बाद में भूमि अधिग्रहण की समस्या के कारण इसमें देरी हुई और इसकी समय सीमा दिसंबर 2021 तक बढ़ा दी गई इसमें आगे भी दोरी होती रही और इसके जुलाई 2024 तक पूरे होने की उम्मीद जताई गई लेकिन, इसमें और देरी हो गई और अब पटना जिलाधिकारी ने इसके दिसंबर 2024 तक चालू होने की उम्मीद जताई है

करनौती में ही बचा है काम
इस प्रोजेक्ट के चालू हो जाने से पटना से बख्तियारपुर होकर मोकामा, लखीसराय, बरौनी और बेगूसराय की तरफ आवागमन में सुविधा होगी साथ ही लोगों को समय और ईंधन की बचत होगी मोकामा से बाढ़ तक फोर लेन का निर्माण करीब करीब पूरा हो गया है पटना जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह के अनुसार करनौती में काम शेष बचा हुआ है बिहारी बिगहा के पास दो जगहों पर बनी पुलिया के एप्रोच रोड और टोल प्लाजा का निर्माण अधूरा है

निर्माण में कई बार फंसा पेच
बाढ़ और बख्तियारपुर के बीच करीब 17 किमी लंबाई में कई जगहों पर मुआवजे का पेच फंसा था, जिससे निर्माण की गति धीमी पड़ गयी थी. इसका समाधान हो चुका है पटना से बख्तियारपुर तक फोरलेन निर्माण काफी पहले हो चुका है, लेकिन वह बख्तियारपुर तक सीमित है बख्तियारपुर के पास एलिवेटेड सड़क का निर्माण अभी पूरा नहीं हुआ है अभी पटना के दीदारगंज में टो प्लाजा है, जहां से गाड़ियां फोरलेन पर प्रवेश करती हैं लोग फोरलेन पर लगभग 45 किमी की दूरी तय करने के बाद बख्तियारपुर से मोकामा जाने के लिए पुरानी टू लेन सड़क का इस्तेमाल करते हैं

जमीन अधिग्रहण में हुई देरी
गौरतलब है कि बख्तियारपुर-मोकामा फोरलेन ग्रीनफील्ड के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया 20 मई, 2013 से शुरू हुई थी अधिकतर जमीन अधिग्रहण के बाद इसे बनाने की जिम्मेदारी करीब 837 करोड़ की लागत से 14 जून, 2017 को निर्माण एजेंसी को दी गई बाद में बची जमीन के अधिग्रहण में कम एमवीआर पर भुगतान का मामला तूल पकड़ने और रैयतों द्वारा अधिक मुआवजे की मांग के कारण सड़क निर्माण बाधित हुआ 10 दिसंबर, 2019 तक इसे बन जाना था लेकिन बाद में दिसंबर 2021 दिसंबर 2023 और इसके बाद जुलाई 2024 तक बढ़ाया गया अब दिसंबर 2024 तक इस सड़क का निर्माण पूरा होने की बात कही गई है

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