हमीरपुर : नायब तहसीलदार के द्वारा गाड़ी से उतारने के बाद मारपीट से घायल हुए कर्मचारी की मंगलवार की रात कानपुर में इलाज दौरान मौत हो गई। इस घटना से मृतक के परिजनों में कोहराम मचा हुआ है।
सदर कोतवाली के गौरा देवी मोहल्ला निवासी 30 वर्षीय सुनील निषाद सरीला तहसील में चतुर्थ श्रेणी के पद पर कार्यरत था। उसे पिता कमल किशोर की मौत के बाद वर्ष 2020 में मृतक आश्रित में नौकरी मिली थी। सुनील अपनी पत्नी पूजा के साथ सरीला में ही रह रहा था। उसके कोई संतान नहीं था। सुनील को वाहन चलाना भी आता था। इसलिए तहसील के अधिकारी कई बार उसे अपने साथ भी ले जाते थे। बीती 17 जनवरी को भी सुनील नायब तहसीलदार के साथ राजस्व वसूली संबंधी अभियान में गया था। लेकिन कार बहकने और शराब के नशे में होने के कारण नायब तहसीलदार ने उसे गाड़ी से उतार दिया गया। रात में सुनील ने छह किमी तक पैदल दूरी तय की और कछवा गांव तक पहुंच पाया था। जहां कुछ लोगों ने उसकी बेरहमी से पिटाई कर दी। जिससे सुनील गंभीर रूप से घायल हो गया। बाद में उसे राहगीरों की मदद से अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां से उसे कानपुर रेफर कर दिया गया था। तब से सुनील का इलाज कानपुर में चल रहा था। मंगलवार की रात सुनील की मौत हो गई। सुबह शव लेकर घर पहुंचे स्वजन ने दिन में अंतिम संस्कार कर दिया।