सूरतगंज बाराबंकी। रामनगर थाना इलाके के महादेवा इको पर्यटन स्थल भगहर झील पर शुक्रवार को मजदूरी करने गए युवक की पत्नी अपनी नाव चलाकर टिफिन देने गई थी कि अचानक नाव पलटने से महिला की डूबकर मौत हो गई। स्वजनों ने अस्पताल में शव रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। विवरण के अनुसार रामनगर कोतवाली इलाके के चैनपुरवा मजरे कजियापुर निवासी लक्ष्मी देवी अपने मजदूर पति धर्मेन्द्र निषाद को दोपहर का खाना देने के लिए नाव से नदी पार कर महादेवा इको पर्यटन स्थल भगहर झील गई थी। जहां से वापस आते समय नदी में नाव पलटने से हादसा हो गया। जिसमें लक्ष्मी देवी पत्नी धर्मेंद्र निषाद डूब गई स्थानीय लोगों ने उसे नदी से निकालकर आनन फानन में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सूरतगंज ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे अमृत घोषित कर दिया। महिला की मौत से आहत स्वजनों ने शव का पोस्टमार्टम न करवाने को लेकर प्रदर्शन करने लगे। मौके पर पहुंचे रामनगर तहसीलदार भूपेंद्र विक्रम सिंह ने मृतका के परिजनों को सरकार द्वारा दी जाने वाली चार लाख रुपए सहायता राशि दिलाए जाने का आश्वासन और चयन पुरवा से नदी के रास्ते को मुख्य मार्ग से जोड़े जाने का आश्वासन देकर परिजनों को शांत कराया। जिसके बाद परिजन मृतका के पोस्टमार्टम के लिए राजी हो गए।
दूरभाष पर हमारे संवाददाता से बात करते हुए रामनगर तहसीलदार ने बताया कि पीड़ित परिजनों को अविलंब सरकारी सहायता दिलाई जाएगी जिसके लिए उच्चाधिकारियों से बात भी हो गई है। इस दौरान सीएचसी अधीक्षक सूरतगंज राजर्षी त्रिपाठी,रामनगर कोतवाल रत्नेश पांडेय, मोहम्मदपुर खाला कोतवाल अनिल सिंह, महादेवा चौकी प्रभारी संतोष त्रिपाठी, सूरतगंज चौकी इंचार्ज सहित भारी पुलिस बल मौजूद रहा।