लखनऊ। हिन्दू आध्यात्मिक एवं सेवा फाण्डेशन तथा सांस्कृतिक एवं नैतिक मूल्य प्रशिक्षण संस्थान की एक संयुक्त बैठक सरस्वती शोध संस्थान, निराला नगर लखनऊ में संपन्न हुई। बैठक में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए हिन्दू एवं आध्यात्मिक सेवा फाउण्डेशन के पूर्वी उत्तर प्रदेश के संयोजक अमरनाथ ने कहा कि भारतवर्ष युगों से ही मानवता, मनुष्यता, जीवन मूल्य, जीव- जंतु तथा प्रकृति एवं पर्यावरण का महत्व समझकर इनका संरक्षण और संवर्धन करता आया है।
विगत 200 वर्षों में पाश्चात्य की अवैज्ञानिक चमक दमक वाली विचारधारा के नाते ही आज विश्व पर्यावरण प्रदूषण, ओजोन परत में छेद, बढ़ता हुआ कार्बन उत्सर्जन, बढ़ती हुई बीमारियां, अशांति आदि का शिकार बन गया है। हम हिन्दुत्व की जीवन पद्धति को अपना एवं पर्यावरण संरक्षण करके एक सुखमय विश्व का निर्माण करें।
अमरनाथ ने बताया कि लखनऊ में 2025 में पहला हिन्दू आध्यात्मिक एवं सेवा मेले का आयोजन किया जाएगा। नारी सम्मान को समाज में बढ़ावा मिले इसके लिए शारदीय नवरात्र में पंचमी और षष्टी के दिन दुर्गा पूजा पंडालों में कन्या वंदन का कार्यक्रम करवाया जाएगा। आगामी गोपाष्टमी पर गौवंदन के कार्यक्रम संपन्न किए जाएंगे। विद्यालयों में जीवन मूल्यों का प्रशिक्षण देने के लिए महानगर शिक्षक कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा। इस निमित्त लखनऊ महानगर के विद्यालयों में संपर्क करने के लिए संपर्क टोली का निर्माण किया गया है।
विद्यार्थियों में देशभक्ति भाव जागरण के लिए नवंबर के महीने में परमवीर चक्र विजेता बंदन का कार्यक्रम किया जाएगा।
हिन्दू आध्यात्मिक एवं सेवा संस्थान की इस बैठक को संस्थान के संरक्षक मंडल के सदस्य आदित्य द्विवेदी, आलोक चांटिया तथा प्रांत संयोजक डॉक्टर प्रमोद शुक्ला ने भी संबोधित किया।
बैठक में प्रमुख रूप से प्रांत सह संयोजक गगन श्रीवास्तव रविता पांडे, रूपम विनोद , दिनेश कपूर, सुशांत राय, विनय गुप्ता, शैलेंद्र मिश्रा, सौरभ आदि उपस्थित रहे।