12 साल तक इंटरनेशनल क्रिकेट में अपनी गेंद और बल्ले की चमक से धूम मचाने वाले, अपनी कप्तानी से बड़ी से बड़ी टीमों को धूल चटाने वाले और आईपीएल में भी गुजरात लायंस व केकेआर जैसी टीमों को कोचिंग देने वाले एक दिग्गज ने महज 49 वर्ष की उम्र में ही दुनिया को अलविदा कह दिया। वो नाम था जिम्बाब्वे के ऑलटाइम स्टार और पूर्व कप्तान हीथ स्ट्रीक का, जिनका लंबे समय तक कैंसर से जंग लड़ने के बाद निधन हो गया। उनके साथी क्रिकेटर रहे हेनरी ओलोंगा ने इस बात की जानकारी सोशल मीडिया के जरिए दी।
ओलोंगा ने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल पर लिखते हुए कहा कि, एक बुरी खबर सुनने को मिल रही है कि हीथ स्ट्रीक ने अब यह दुनिया छोड़ दी है। उन्होंने आगे लिखा RIP लीजेंड। साथ ही ओलोंगा ने स्ट्रीक को जिम्बाब्वे के ऑलटाइम बेस्ट ऑलराउंडर्स में से एक भी बताया। उन्होंने लिखा कि, यह मेरा सौभाग्य था कि आप के साथ खेलने का मौका मिला। उन्होंने क्रिकेट के लहजे में अपने पूर्व साथी को अंतिम विदाई दी और लिखा, अब दोबारा दूसरे छोर पर मिलेंगे जब मेरा बॉलिंग स्पेल खत्म होगा।
कैसा रहा स्ट्रीक का क्रिकेट करियर?
स्ट्रीक ने 1993 में पाकिस्तान के खिलाफ कराची टेस्ट में डेब्यू किया था। यहां उन्हें एक भी विकेट नहीं मिला था। उसके बाद अपने दूसरे टेस्ट में रावलपिंडी में स्ट्रीक ने 8 विकेट लेकर क्रिकेट जगत में दस्तक दे दी थी। आज उनका नाम जिम्बाब्वे के महान क्रिकेटरों में गिना जाता है। साथ ही 2000 से 2004 तक जिस दौरान वह कप्तान थे उस वक्त जिम्बाब्वे की टीम एक खतरनाक टीम बन गई थी जो किसी को भी हराने का दमखम रखती थी। उन्होंने अपने करियर में 65 टेस्ट और 189 वनडे इंटरनेशनल मुकाबले खेले। उनको नाम 216 टेस्ट और 239 वनडे विकेट दर्ज थे। वह एक शानदार ऑलराउंडर थे और यही कारण है कि टेस्ट में 1990 और वनडे में 2943 रन भी उन्होंने बनाए। उनकी एकमात्र इंटरनेशनल सेंचुरी वेस्टइंडीज के खिलाफ हरारे टेस्ट में आई थी।