भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रहे है, क्षेत्र पंचायत निधि से कराये जा रहे विकास कार्य

जांच करने पर अधिकारियों के सामने खुल रही है भ्रष्टाचार की पोल

पंचायतों में विकास कार्यों में मनमाने तरीके से अनियमितता और अनुपयोगी कार्य कराके क्षेत्र पंचायत निधि को लगाया जा रहा करोड़ों का चूना

ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि,जेई आरईएस व ठेकेदारों को न जांच की चिंता है,न अधिकारियों का है डर

शुकुल बाजार ,अमेठी | क्षेत्र पंचायत के अंतर्गत विभिन्न ग्राम पंचायतों में क्षेत्र पंचायत की निधि से विकास कार्यों में मनमाने तरीके से अनियमितता और अनुपयोगी कार्य कराके जहां सरकारी पैसों को चूना लगाया जा रहा है, वहीं ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि,जेई आरईएस व ठेकेदार हर काम में कमाई के चक्कर में कायदे कानून ताक पर रखकर कायदे कानून के पालन से बेपरवाह हैं। उन्हें न जांच की चिंता है, न अधिकारियों का डर है।

ग्राम पंचायतों में ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि, जेई आरईएस और ठेकेदारों की तिकड़ी का बेलगाम राज चल रहा है। यहां मुस्लिम महिला ब्लाक प्रमुख है । ऐसे में इस तिकड़ी को मनमानी करने की खुली छूट मिल गई है। पहले भी ऐसे तमाम काम कराए गए, जिनमें कमाई का रास्ता नजर आया।वहीं सूत्रों की माने तो ब्लॉक प्रमुख के रिश्तेदार के कार्यदायी संस्था द्वारा यहां कई अनुपयोगी काम भी करा दिए गए हैं,जिसमें सिर्फ सरकारी धन का दुरपयोग हुआ है, जो जांच का विषय है।वहीं अन्य कार्यदायी संस्थाओं ने भी ऐसे तमाम घटिया निर्माण कार्य कराके जिम्मेदारों ने अपना-अपना हिस्सा तो ले लिया पर ये निर्माण कार्य अनुपयोगी पड़े बर्बादी की कगार पर हैं।

खंड विकास अधिकारी से लेकर उच्चाधिकारियों और मुख्यमंत्री तक शिकायतें भी हुई,लेकिन अपना हिस्सा लेकर,शिकायतों को अनदेखा करके जिम्मेदार मौन बने हैं।जिससे क्षेत्र की ग्राम पंचायतों में आम जनता के लिए सरकार द्वारा चलायी जाने वाली करोड़ों रुपये की योजनाओं पर जिम्मेदारों के द्वारा भ्रष्टाचार का पलीता लगाया जा रहा है, इन योजनाओं को जिम्मेदारों ने अपनी कमाई का जरिया बना लिया है।इसे लेकर क्षेत्र पंचायत सदस्यों व क्षेत्रीय लोगों में नाराजगी है और कुछ मामलों में अधिकारी दिखावे के लिए कार्रवाई करके अपनी कमी छिपाने में जुटे हैं।जिससे शासन को विकास कार्यों के नाम पर लाखों रूपए का चूना लग रहा है,क्षेत्र पंचायत निधि से गावों में कराये गये विकास कार्यों के जांच होने की आवश्यकता है, जिससे उजागर हो जायेगा कि विकास खंड कार्यालय में किस तरह से भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है।

गौरतलब हो कि चहेतों को उपकृत करने के लिए क्षेत्र पंचायत के बजट का इस्तेमाल किया गया। शुकुल बाजार क्षेत्र पंचायत से सैकड़ो बिलों के सापेक्ष लगभग आधे से ज्यादा बिलों का भुगतान एक ही फर्म (ठेकेदार) को किया गया। यहां कुल भुगतान लगभग करोड़ो रुपये किया गया है, जिसमें से अधिकांश भुगतान एक ही ठेकेदार को हुआ है।
खंड विकास अधिकारी, ब्लाॅक प्रमुख और लेखाकार की तिकड़ी की मिलीभगत से ही यह संभव है कि हर बार टेंडर निकलने पर एक ही शख्स काे काम मिल जाए। शुकुल बाजार विकासखंड में विकास कार्य के नाम पर क्षेत्र पंचायत निधि द्वारा लाखों रुपए निकाल लिए गए टेंडर प्रक्रिया का समय भी पूरा हो गया परंतु काम अभी भी अधूरे हैं l जिसकी जांच की मांग की गई है ।

क्षेत्र पंचायत निधि द्वारा ग्राम पंचायतों में मनमानी, गुणवत्ताहीन व अनुपयोगी कार्य कराके भ्रष्टाचार की शिकायतें मिली हैं। जिसका प्रमाण है कि लगभग एक सप्ताह पूर्व गांव पूरे मर्दानपुर में हो रहे घटिया नाली निर्माण में अनियमता पाए जाने पर खंड विकास अधिकारी अंजलि सरोज द्वारा रोक दिया गया है उनकी जांच कराई जा रही है, जांच में संदेह होने पर क्रास चेक कराया जा रहा है। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी ।

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