जहाँ एक तरफ वित्त में प्रभावी कमीशन बाजी, वही दूसरी तरफ श्रमिक हाजिरी घोटाला व अग्रिम एम बी पर हो रहा भुगतान।
कार्यवाही के नाम पर जिम्मेदार दे रहे आश्वासन।
सीतापुर । जहां एक तरफ जिलाधिकारी सीतापुर के द्वारा जनपद में हो रहे विकास कार्यों की समय-समय पर समीक्षा बैठक कि जाती रहती है, जिससे जनपद में हो रहे विकास कार्यो में गुणवत्ता पूर्ण कार्य हो सके, और विकास कार्यों में किसी भी प्रकार का भ्रष्टाचार ना हो सके, साथ अगर कोई भी विकास कार्यो में भ्रष्टाचार करता है तो उस पर कार्यवाही की जा सके। लेकिन जिलाधिकारी सीतापुर हर प्रयास के बाद भी जनपद में कुछ विकास खण्ड ऐसे है जहां पर जारी आदेशों का कोई असर नही दिखाई दे रहा है । बताते चलें कि जनपद के विकास खंड हरगांव में लगातार भ्रष्टाचार की नई नई पटकथा लिखी जा रही है, वित्त से लेकर मनरेगा कार्यों में जिम्मेदारों के संरक्षण जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है, विकास खंड की अधिकतर ग्राम पंचायतों में मनरेगा कार्यों में फर्जी श्रमिक हाजिरी लगवाकर घोटाले को अंजाम दिये जा रहै है, वही दूसरी तरफ विकास खंड के जिम्मेदार अधिकारी ने अपने संरक्षण में अधीनस्थ अधिकारियों से मिलकर अग्रिम एम बी करवाकर भुगतान कर दोनो हाथो से धन उगाही का कार्य्य कर जा रहै है।
विकास खंड के ग्राम पंचायत परसेहरा नाथ में संपर्क मार्ग से तारा तालाब तक संपर्क मार्ग पटाई कार्य में बिना कार्य कराए ही जिम्मेदारों ने अग्रिम एम बी कर के लगभग 50% भुगतान कर दिया, भ्रष्टाचार की पोल खुलने पर जब प्रकरण का खबर प्रकाशन किया गया व उक्त प्रकरण की जानकारी फोन व प्रकाशित खबर के माध्यम से खंड विकास अधिकारी हरगांव व उपायुक्त श्रम रोजगार (मनरेगा) को अवगत कराया गया था, दोनो ही अधिकारियों ने कार्यवाही करने की बात भी कही थी, लेकिन अभी तक पूरे प्रकरण पर किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही नही की जा सकी जोकि कई जिम्मेदार अधिकारियों की कार्यवाही पर सवाल उठा रही है । जब इस संबंध में मुख्य विकास अधिकारी से जानकारी लेने का प्रयास किया गया तो बजती रही घंटियां नही रिसिब हुआ नम्बर ।