मध्य प्रदेश पुलिस में बाहुबली के नाम से मशहूर कांस्टेबल सुनील यादव ने 8 कारों को रस्सी से बांधकर अपने दांतों से खींचा

सुपरहिट फिल्म बाहुबली का नाम तो अपने सुना ही होगा. फिल्म में बहुबली तो शिवलिंग को उठाता है, लेकिन मध्य प्रदेश में एक ऐसे बाहुबली हैं, जो 8 कारों को एक साथ रस्सी में बांधकर दांतों से खींच देते हैं. ये बाहुबली कोई और नहीं, बल्कि ग्वालियर रेंज आईजी अरविंद सक्सेना के ऑफिस में तैनात कांस्टेबल सुनील यादव हैं. अपने इन्हीं कारनामों की वजह से केवल ग्वालियर ही नहीं, बल्कि एमपी पुलिस के बेड़े में उन्हें बाहुबली ही कहा जाता है. आज से पहले वह पांच कारों को एक साथ दांतों से खींच कर रिकार्ड बना चुके थे, लेकिन इस बार के गणतंत्र दिवस पर उन्होंने एक साथ 8 कारों को खींच कर नया कीर्तिमान बनाया है.

मूल रूप से ग्वालियर के ही रहने वाले सुनील यादव को पुलिस वाला बाहुबली भी कहा जाता है. सुनील यादव बतौर आरक्षक SAF में भर्ती हुए थे और अब ग्वालियर रेंज आईजी आफिस में तैनात हैं. इस बार उन्होंने 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के मौके पर दांतों से 8 कारों को खींचकर अपना हुनर दिखाया. इसके लिए वह काफी समय से तैयारी कर रहे थे और घंटों पसीना बहा रहे थे. इसके बाद उन्होंने गणतंत्र दिवस कार्यक्रम में अपना करतब दिखाने के लिए बकायदे कलेक्टर से परमिशन मांगी और फिर प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट के सामने इसका प्रदर्शन किया. इस प्रदर्शन को देखकर प्रभारी मंत्री समेत सभी लोग हैरान रह गए.

यूट्यूब पर देखकर आया आइडिया
सुनील यादव कहते हैं कि उनके पिता पहलवानी करते थे. उनकी देखादेखी उन्हें भी पहलवानी का शौक लग गया. वह नियमित व्यायाम करते हैं. इसकी वजह से उनकी कदकाठी रोबेली है. उन्होंने बताया कि साल 2016 में उन्होंने यूट्यूब पर दातों से गाड़ियों को खींचने वाला करतब देखा था. इसे देखकर उन्होंने खुद प्रयास किया और अपनी कार को दांतों से खींचा. इसमें सफल होने पर वह एक के बाद दो, फिर तीन, चार और अब 8 कारों को खींच कर कीर्तिमान स्थापित किया है. सुनील यादव पूर्व में अपनी एक उंगली से टाटा 407 मिनी ट्रक खींच चुके हैं. इसके अलावा एक साथ दोनों हाथों से 14 बाइक खींचने के साथ ही जमीन पर लेटकर अपने ऊपर से स्कॉर्पियो गाड़ी निकलवा चुके हैं.

सीने पर पत्थर रखकर हथौड़े से तुड़वाया
यही नहीं, उन्होंने अपने सीने पर पत्थर रखकर हथौड़े से तुड़वाने और दो मोटरसाइकिल को कंधे पर उठाने का भी प्रदर्शन कर चुके हैं. वह ग्वालियर, मुरैना और लखनऊ में भी अपने हुनर का प्रदर्शन किया है. इसके लिए उन्हें कई प्रशस्ति पत्र शील्ड और मेडल मिले हैं. उन्होंने बताया कि वह ड्यूटी के बाद खूब व्यायाम करते हैं. इसके बाद वह भरपूर डाइट भी लेते हैं, लेकिन उन्होंने कभी मांसाहार का सेवन नहीं किया. वह केवल दूध व सूखे ड्रायफ्रूट्स लेते हैं. उन्होंने बताया कि वह अपना करतब दिखाकर लोगों को नशे से दूर रहने का भी संदेश देते हैं. कहते हैं कि जब भी वह सार्वजनिक परफॉर्मेंस करते हैं, तो वहां साउंड सिस्टम पर “जिओ रे बाहुबली” गाना बजाया जाता है. इसी प्रकार लोग उन्हें बाहुबली कहकर पुकारते हैं.

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