कांग्रेस ने 230 उम्मीदवारों को लिखा पत्र

भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए 17 नवंबर को मतदान हो गया है, लेकिन प्रदेश की सियासत में आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है। इस बीच कांग्रेस ने एमपी चुनाव में तैनात कई अधिकारियों के संबंध में अपने उम्मीदवारों से जानकारी मांगी है।

समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, कांग्रेस पार्टी ने विधानसभा चुनाव लड़ने वाले अपने सभी 230 उम्मीदवारों को पत्र लिखा है। इस पत्र के माध्यम से उन्होंने उन अधिकारियों के संबंध में जानकारी मांगी है, जिन्होंने एमपी चुनाव के दौरान कथित तौर पर सत्तारूढ़ BJP को फायदा पहुंचाने के लिए नियमों के खिलाफ काम किया।

कांग्रेस ने अधिकारियों और कर्मचारियों पर उठाए सवाल
मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने अपने पत्र में दावा किया कि मतदान के दिन पोलिंग बूथ पर तैनात कुछ अधिकारियों और कर्मचारियों के संबंध में शिकायतें मिली हैं। उन पर आरोप लगाया गया है कि भाजपा को लाभ पहुंचाने के लिए उन्होंने नियमों की अनदेखी की।

प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने उम्मीदवारों को लिखा पत्र
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष राजीव सिंह ने पत्र में पार्टी उम्मीदवारों को ऐसे कर्मचारियों और अधिकारियों की नवंबर तक जानकारी देने को कहा है। हालांकि, बीजेपी ने कांग्रेस के आरोपों पर पलटवार किया है। भाजपा ने कहा कि एमपी चुनाव में कांग्रे हारने जा रही है। इसलिए वह ऐसे कदम उठाकर अपनी हार के लिए एक नया बहाना खोजने की कोशिश कर रही है।

‘अपनी हार को छुपाने के लिए नया बहाना ढूंढ रही है कांग्रेस’
मध्य प्रदेश के भाजपा सचिव राहुल कोठारी ने कहा कि एमपी चुनाव में कांग्रेस हारने जा रही है। इसलिए वह अपनी हार को छुपाने के लिए एक नया बहाना ढूंढने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकारी कर्मचारी और अधिकारी लोकतंत्र के संरक्षक हैं और कांग्रेस अपनी अखंडता के बारे में सवाल उठाकर पहले ही अपना वोट खो चुकी है। जिन लोगों के पास मतदान केंद्रों पर बैठने के लिए कार्यकर्ता नहीं है, वे इस तरह के मनगढंत आरोप लगाते हैं।

कमलनाथ और दिग्विजय सिंह ने भी उठाए थे सवाल
इससे पहले एमपी विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने अधिकारियों और कर्मचारियों पर सवाल उठाए थे। उन्होंने अधिकारियों और कर्मचारियों पर बीजेपी के पक्ष में काम करने का आरोप लगाया था। कांग्रेस नेताओं ने पार्टी के सत्ता में आने पर उन्हें कार्रवाई की चेतावनी दी थी।

Related Articles

Back to top button