अदाणी समूह पर लगे आरोपों और संभल हिंसा समेत कई विभिन्न मुद्दों को लेकर संसद में विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण अब तक संसद के दोनों सदन ठीक से नहीं चल पाए हैं। आज भी गतिरोध बरकरार रहा। लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई है।
संसद का एक या दो सत्र दक्षिणी शहरों में कराने पर हो विचार
तिरुपति से वाईएसआरसीपी सांसद मदिला गुरुमूर्ति ने संसदीय मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू को पत्र लिखकर संसद के सत्र दक्षिण भारत के शहरों में भी कराने की मांग की है। मीडिया से बात करते हुए पत्र लिखने वाले सांसद ने कहा कि ‘दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति खराब है और अब वायु गुणवत्ता 500 पीपीएम तक पहुंच गई है। गर्मियों के मौसम में यहां बहुत गर्मी होती है। यही वजह है कि मुझे लगता है कि संसद के एक या दो सत्र देश के दक्षिणी हिस्से के शहरों जैसे हैदराबाद, बंगलूरू, चेन्नई या केरल में भी होने चाहिए, इससे हमें खुशी होगी। मैंने इस संदर्भ में संसदीय मामलों के मंत्री को पत्र लिखा है।’
विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण सोमवार को लोकसभा की कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद दोपहर करीब 12.08 बजे दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई।
अदाणी समूह के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप समेत विभिन्न मुद्दों पर चर्चा कराए जाने की मांग को लेकर विपक्ष के हंगामे के कारण सोमवार को राज्यसभा की कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई।
विपक्ष संसद चलाने के लिए तैयार, पर…: कांग्रेस
कांग्रेस ने सोमवार को कहा कि विपक्षी दल संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही चलने देने के लिए तैयार हैं, लेकिन इसके लिए जरूरी है कि संविधान पर चर्चा हो, जैसा कि सरकार ने खुद वादा किया था। विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलवमेंटल इन्क्लूसिल अलायंस’ (इंडिया) के घटक दलों की बैठक के बाद कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि सरकार ने संविधान पर चर्चा कराने का वादा किया था और अब उसे यह करना चाहिए।
राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के संसद भवन स्थित कक्ष में विपक्षी दलों के नेताओं ने संसद में आगे की रणनीति को लेकर चर्चा की। इस बैठक में खरगे के अलावा लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, द्रमुक नेता टी आर बालू, आम आदमी पार्टी के सांसद राघव चड्ढा, राष्ट्रीय जनता दल के संजय यादव और कुछ अन्य दलों के नेता शामिल हुए।