पर्ड्यू विश्वविद्यालय में लापता हुए भारतीय छात्र की मौत की हुई पुष्टि

नई दिल्ली: अमेरिका के इंडियाना राज्य में स्थित प्रतिष्ठित पर्ड्यू विश्वविद्यालय के लापता भारतीय छात्र की मौत हो गई है. विश्वविद्यालय ने इसकी पुष्टि की. भारतीय छात्र नील आचार्य  रविवार को लापता हो गया था.  नील आचार्य की मौत की खबर से उसके दोस्त और शिक्षक सदमे में हैं. पर्ड्यू के परिसर में मौरिस जे. जुक्रो प्रयोगशाला के पास नील का शव मिलने के बाद टिप्पेकेनो काउंटी कोरोनर कार्यालय के अधिकारियों को इसकी जानकारी दी

विश्वविद्यालय के कंप्यूटर विज्ञान विभाग के अंतरिम प्रमुख क्रिस क्लिफ्टन ने सोमवार को विभाग को भेजे एक ईमेल में कहा, ‘‘बहुत दुख के साथ मैं आपको सूचित कर रहा हूं कि हमारे एक छात्र नील आचार्य का निधन हो गया है. कंप्यूटर विज्ञान विभाग उनके निधन पर गहरा दुख व्यक्त करता है. मैं उनके जाने से बहुत दुखी हूंय मेरी संवेदनाएं उनके दोस्तों, परिवार और सभी प्रभावित लोगों के साथ हैं”

क्लिफ्टन ने कहा कि नील शैक्षणिक रूप से प्रतिभाशाली छात्र था. उसने कंप्यूटर विज्ञान और डेटा विज्ञान में डिग्री हासिल की थी और वह जॉन मार्टिंसन ऑनर्स कॉलेज में पढ़ता था. क्लिफ्टन ने स्थानीय ‘पर्ड्यू एक्सपोनेंट’ अखबार को बताया कि उन्हें ‘डीन ऑफ स्टूडेंट्स’ के कार्यालय से नील की मृत्यु की पुष्टि करने वाला ईमेल मिला है

नील की मौत का सही कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है

नील की मौत की पुष्टि से पहले उसकी मां गौरी आचार्य ने सोमवार को सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा था, ‘‘हमारा बेटा नील आचार्य कल यानी 28 जनवरी से लापता है. वह अमेरिका में पर्ड्यू विश्वविद्यालय में पढ़ता है. आखिरी बार उसे उबर चालक ने देखा था. उसने उसे पर्ड्यू विश्वविद्यालय में छोड़ा था. अगर आपको कुछ पता है तो कृपया हमारी मदद करें”

शिकागो में भारत के महावाणिज्य दूतावास ने इस पोस्ट के जवाब में कहा था, ‘‘वाणिज्य दूतावास पर्ड्यू विश्वविद्यालय के अधिकारियों और नील के परिवार के साथ संपर्क में हैय वाणिज्य दूतावास हर संभव सहायता प्रदान करेगा”

यह मामला ऐसे समय में सामने आया है जब यह खबर सुर्खियों में है कि अमेरिका में जॉर्जिया के लिथोनिया शहर में एक बेघर नशेड़ी ने 25 वर्षीय भारतीय छात्र के सिर पर करीब 50 बार हथौड़े से हमला किया जिससे उसकी मौत हो गई

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