मिश्रित ,सीतापुर । महर्षि दधीचि की तपो भूमि मिश्रित तीर्थ के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में निर्मित कराया जा रहा पैथोलाजी लैब भवन निर्माण कार्य को संबंधित ठेकेदार खुले आम मानक विहीन करा रहा हैं । प्रथम श्रेणी की अव्वल ईंट के बजाय किसी एमबीएफ ब्रिक फील्ड से थर्ड क्वालिटी की काली तरावा ईट से दीवार चुनाई में प्रयोग की जा रही हैं । जिसको लेकर नागरिकों में जहां असंतोष व्याप्त है । वहीं स्वास्थ्य केंद्र अधीक्षक डा . प्रखर श्रीवास्तव भी असंतोष जाहिर कर रहे हैं । इस निर्माण कार्य में मानक विहीन मसाला भी दीवार चुनाई में प्रयोग किया जा रहा है । नींव की डाली गई बीम में मानक अनुरूप सरिया न डालकर जमकर गड़बड़ घोटाला किया गया है । जिससे निर्मित होने वाली इमांरत कितने दिन टिक सकेगी । यह तो भविष्य के गर्भ में है । निर्माण स्थल पर कार्य दाई संस्था द्वारा कोई प्रांक्कलन बोर्ड नहीं लगाया गया है । जिससे स्पष्ट हो सके की ईट क्वालिटी , मसाला मानक , सरिया मानक , भवन की लागत व भवन का क्षेत्रफल जवाबदेह जिम्मेदार अधिकारियों का पता चल सके । मांमले में स्वास्थ्य अधीक्षक डा. प्रकार श्रीवास्तव से जब जानकारी चाही गई तो उन्होंने कहा कि संबंधित ठेकेदार ने मुझे कोई प्रपत्र उपलब्ध नहीं कराए हैं । यह पैथोलाजी लैब राष्ट्रीय स्तर के ठेकेदार द्वारा निर्मित कराई जा रही है । उन्होंने निर्माण कार्य कराने के लिए हमसे जगह मांगी थी । जो हमने उपलब्ध करा दी है । सुनने में आ रहा है । कि निर्माणाधीन पैथोलाजी लैब का निर्माण कार्य लग भग 47 लाख रुपए से होना बताया जा रहा है । कार्यदाई संस्था और ठेकेदार ने मौके पर कोई प्रांकलन बोर्ड नहीं लगाया है । फिर भी मैं ठेकेदार से संबंधित प्रपत्र लेने का प्रयास करूंगा । इस सम्बंध में जब ठेकेदार से जानकारी चाही गई कि निर्माण कार्य स्थल पर प्रांकलन बोर्ड नहीं लगाया गया है । तो उन्होंने कहा कि मैं जहां भी निर्माण करता हूं पहले प्रांकलन बोर्ड नहीं लगता हूं । कार्य हो जाने के बाद लगा दूंगा । जब कि नियमतः अवमुक्त सरकारी धनराशि से होने वाले निर्माण कार्य के बाबत कार्य शुरू होने के साथ ही कार्यदाई संस्था द्वारा निर्माण कार्य स्थल पर प्रांकलन बोर्ड लगाए जाने का नियम निर्धारित है ।