वृंदावन : बांकेबिहारी के दर्शन के लिए रविवार को दिनभर भक्तों की भीड़ उमड़ती रही। भीड़ के दबाव और भीषण गर्मी से श्रद्धालु बेहाल रहे। महिलाओं की तो चीख निकलती रही।
स्कूलों की छुट्टियां शुरू होने के साथ दिल्ली, एनसीआर के श्रद्धालु बड़ी संख्या में परिवार के साथ आराध्य बांकेबिहारी के दर्शन को वृंदावन आने लगे हैं। इन दिनों श्रद्धालुओं की भीड़ से हालात बिगड़ने लगे हैं। हर रोज भीड़ के दबाव में महिलाओं और बच्चों की हालत बिगड़ रही है।
रविवार की सुबह ठाकुर बांकेबिहारी के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ जमा हो गई। कुछ देर में ही गलियों में भीड़ जमा हो गई। जैसे ही मंदिर के पट खुले तो भक्तों में आपाधापी मच गई। बैरियर पर श्रद्धालुओं को रोक कर आगे बढ़ाया जा रहा है। सुबह 10 बजने के बाद तो हालात बिगड़ने लगे। बैरियर पर धूप में खड़े लोग गर्मी से बिलबिलाते रहे। तेज धूप में लोग पसीना से तरबतर हो रहे थे। आसमान से बरसती आग और तपती धरती पर नंगे पैर श्रद्धालु मंदिर की ओर बढ़ रहे थे।
भीषण गर्मी में बेहाल हुए भक्त
भीड़ के दबाव में बुजुर्ग और बच्चों की हालत खराब हो रही थी। बच्चे अकुला रहे थे तो बुजुर्गों की मंदिर तक पहुंचने की हिम्मत ही नहीं हो रही थी। भीड़ के दबाव में फंसी महिलाएं चीखते हुए आगे बढ़ने की जिद्दोजहद में जुटी नजर आ रही थी। एक-दूसरे को धकियाते हुए श्रद्धालु आगे बढ़ने की जुगत में थे। भीड़ गर्मी में मंदिर के बाहर भीड़ का दबाव झेलकर पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को मंदिर में श्रद्धालुओं का ठहराव भी कठिनाई पैदा कर रहा है। ऐसे ही हालात शाम को भी बने रहे।
प्रशासन के इंतजाम फेल
श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने में प्रशासन के सभी दावे फेल साबित हुए। श्रद्धालुओं के लिए न तो गर्मी से बचाव के कोई उपाय ही जिला प्रशासन द्वारा किए गए हैं और न ही दबाव कम करने की कोई पुख्ता व्यवस्था की है। हालात ये कि भीषण गर्मी में महिलाओं, बुजुर्ग और बच्चों की हालत खराब हो रही है।