क्या जिले में आने के बाद पत्रकारों से भी मिलेंगे मुख्यमंत्री ?
गोण्डा : योगी आदित्यनाथ एक ऐसे मुख्यमंत्री हैं जिन्होंने जिलों में जाने के बाद मीडिया संबोधन तो किया किंतु कभी पत्रकार वार्ता नहीं किया वैसे इनका कार्यकाल काफी लंबा भी हो गया है किंतु शायद ही किसी जिले में उन्होंने पत्रकार वार्ता किया हो ऐसा इसलिए कहा जा रहा है की बहुत पहले से एक कहावत है निंदक नियरे राखिए आंगन कुटी छावाय इसका अर्थ यह है कि जिले में जिले की पुलिस व्यवस्था की जानकारी या जिला प्रशासन की जानकारी मुख्यमंत्री को मीडिया के अलावा और कोई नहीं दे सकता है क्योंकि मीडिया ही एक ऐसा संस्थान है जो मुख्यमंत्री को यह बता सकता है कि जिले में अपराध का ग्राफ बढ़ा हुआ है या अवैध खनन चल रहा है या हरे पेड़ों की कटान हो रही है क्योंकि अगर जिले का कप्तान मुख्यमंत्री से यह कहे जिले में अपराध का ग्राफ बढ़ गया है तो मुख्यमंत्री का कोपभाजन होने से नहीं बच पाएगा इसी प्रकार यदि जिलाधिकारी यह कहे कि जिले में भ्रष्टाचार बहुत बढ़ गया है तो मुख्यमंत्री की टेढ़ी नजर से वह भी नहीं बच पाएँगे अब बात आती है मीडिया की यदि मीडिया से दूरी बनाए रखेंगे मुख्यमंत्री तो उनको सही बात कौन बताएगा कि जिले में इस समय चल क्या रहा है ? और जब उनको सही बात पता नहीं चलेगी तो जनता हमेशा परेशान ही रहेगी ऐसे में आने वाले 2027 में बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा क्योंकि अगर देखा जाए तो अब 2027 भी बहुत दूर नहीं है इसलिए यदि मुख्यमंत्री मीडिया संबोधन के बजाय पत्रकार वार्ता करें तो ज्यादा बेहतर होगा ।